गौतम अडाणी ने 60 हजार करोड़ रुपए परोपकार के कामों में लगाने का ऐलान किया था. यह रकम हेल्थकेयर, एजुकेशन और स्किल डेवलेपमेंट के कामों में खर्च की जाएगी.
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नई दिल्लीः फोर्ब्स ने एशिया के सबसे बड़े परोपकारियों की नई सूची जारी की है. इस सूची में तीन भारतीयों को भी जगह मिली है. जिन भारतीयों को इस सूची में जगह मिली है, उनमें गौतम अडाणी, शिव नदार और अशोक सूटा का नाम शामिल है. वहीं एक भारतीय मूल के बिजनेसमैन भी इस सूची में जगह बनाने में कामयाब रहे हैं.
गौतम अडाणी
अडाणी समूह के चेयरमैन गौतम अडाणी देश के सबसे अमीर बिजनेसमैन हैं. अपने 60वें जन्मदिन पर गौतम अडाणी ने 60 हजार करोड़ रुपए परोपकार के कामों में लगाने का ऐलान किया था. यह रकम हेल्थकेयर, एजुकेशन और स्किल डेवलेपमेंट के कामों में खर्च की जाएगी. यह रकम अडाणी फाउंडेशन के जरिए खर्च की जाएगी. अडाणी फाउंडेशन की शुरुआत साल 1996 में की गई थी. गौतम अडाणी की पत्नी प्रीति अडाणी फिलहाल अडाणी फाउंडेशन का नेतृत्व कर रही हैं. यह फाउंडेशन हर साल पूरे भारत में करीब 37 लाख लोगों की मदद करती है.
शिव नदार
टेक फर्म एचसीएल के सह-संस्थापक शिव नदार भी देश के सबसे बड़े परोपकारियों की लिस्ट में शुमार किए गए हैं. बीते कुछ सालों में शिव नदार और उनकी शिव नदार फाउंडेशन ने परोपकारी कार्यों में करीब 1.1 बिलियन डॉलर की रकम खर्च की है. इस साल शिव नदार 11.6 बिलियन रुपए डोनेट कर चुके हैं.
अशोक सूटा
टेक टायकून अशोक सूटा ने भी 6 बिलियन रुपए परोपकारी कार्यों में लगाने का फैसला किाय है. अशोक सूटा इस रकम को अगले 10 सालों में मेडिकल रिसर्च में खर्च करेंगे.अशोक सूटा बेंगलुरू स्थित सॉफ्टवेयर फर्म हैप्पीएस्ट माइंड्स टेक्नोलॉजी के एक्जीक्यूटिव चेयरमैन हैं.
इस लिस्ट में भारतीय मूल के मलेशियन दंपति ब्राह्मल वासुदेवन और शांति कंदिया का भी नाम है. कुआलालंपुर बेस्ड प्राइवेट इक्विटी फर्म क्रिएडर के संस्थापक और उनकी पत्नी शांति ने इसी साल मई में 11 मिलियन डॉलर परोपकारी कामों में लगाने का ऐलान किया था. इस रकम से ये दंपति स्थानीय समुदायों की मदद करेंगे और अस्पताल और मेडिकल कॉलेज का निर्माण कराएंगे. इस दंपति ने इंपीरियल कॉलेज लंदन को भी 30 मिलियन डॉलर डोनेट किए थे.