Betul News: बैतूल में आदिवासी युवकों पर प्रताड़ना की घटनाओं के बाद आदिवासी समाज आक्रोशित है. आज बैतूल में सर्व आदिवासी समाज ने बंद का आह्वान करते हुए आक्रोश रैली निकाली. रैली में हजारों आदिवासी शामिल हुए.
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Betul News: बैतूल में पिछले एक हफ्ते में आदिवासी युवाओं पर प्रताड़ना की दो घटनाएं सामने आई हैं. इन घटनाओं के बाद आदिवासी समाज में भारी आक्रोश है. आज पूरे आदिवासी समाज ने बंद का आह्वान करते हुए विरोध रैली निकाली गई. रैली में हजारों की संख्या में आदिवासी शामिल हुए. रैली में शामिल आदिवासियों ने प्रताड़ना के शिकार युवकों को एक करोड़ रुपये मुआवजा देने और आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की. रैली के दौरान पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये थे.
जानिए पूरा मामला?
दरअसल, बैतूल में आदिवासी लोगों पर एक सप्ताह में दो बड़ी प्रताड़ित करने की घटना सामने आई है. जिसके बाद में आदिवासी समाज आक्रोशित हो गया है. आज बैतूल में सर्व आदिवासी समाज ने बंद का आह्वान करते हुए आक्रोश रैली निकाली है. हजारों की संख्या में आदिवासी जिला मुख्यालय पर एकत्रित हुए और आक्रोश रैली निकाली. आदिवासियों की मांग है कि प्रताड़ना का शिकार हुए युवकों को मुआवजे के रूप में एक करोड़ रुपये दिया जाए. वहीं, जो आरोपी पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं उन्हें जल्द गिरफ्तार किया जाए.
मुआवजे और गिरफ्तारी की मांग
आदिवासियों के आंदोलन को देखते हुए प्रशासन ने भी सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये हैं. बैतूल शहर पुलिस छावनी में तब्दील हो गया. आंदोलन को लेकर जयस के जिला अध्यक्ष संदीप धुर्वे ने कहा कि जिले में लगातार आदिवासियों को परेशान किया जा रहा है. जिन युवाओं को पूर्व में प्रताड़ित किया गया है. उन्हें एक करोड़ रुपये का मुआवजा दिया जाए और जो आरोपी गिरफ्तार नहीं हुए हैं उन्हें जल्द गिरफ्तार किया जाए. बैतूल डिप्टी कलेक्टर ने बताया कि बंद के दौरान सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किये गये हैं.
बता दें कि हाल ही में बैतूल में दो घटनाएं सामने आई हैं. एक में आशीष परते नाम के युवक पर हमला किया गया. उस पर मवेशी गाड़ियों से जबरन वसूली का आरोप लगाया गया था और उन्हें गंभीर रूप से पीटा गया. यहां तक की कि उसे छत से उल्टा लटका दिया गया. वहीं, एक अन्य घटना में आरोप लगाया गया कि बजरंग दल के एक नेता ने कथित तौर पर एक आदिवासी युवक पर हमला किया.
वहीं, इन घटनाओं को लेकर बुधवार को बैतूल जिले के पांचों विधायकों ने मुख्यमंत्री मोहन यादव से मुलाकात की. साथ ही जिले में आदिवासी उत्पीड़न के बढ़ते मामलों और पुलिस की लचर कार्यप्रणाली की भी शिकायत की. जिसके बाद मुख्यमंत्री ने विधायकों की शिकायतों को गंभीरता से लिया और गृह विभाग को तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश दिया. जिसके बाद गृह विभाग ने देर रात बैतूल एसपी सिद्धार्थ चौधरी का तबादला कर दिया.
रिपोर्ट: रूपेश कुमार (बैतूल)