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वीरेन्द्र वाशिंदे/बड़वानी: ग्रामीण थाना क्षेत्र के ग्राम बड़गांव में 17 नवंबर देर रात को घर के बाहर महिला की लाश मिलने के मामले में पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है. एएसपी बड़वानी के अनुसार पुलिस उसे हत्या मानकर जांच प्रारंभ की थी. पूरे मामले में ये खुलासा हुआ है कि जादू-टोने के शक में हत्या की गई है. हैरानी वाली बात ये है कि जिस महिला की हत्या की सुपारी दी गई थी, उस महिला की हत्या न होकर गलती से दूसरे महिला की हत्या कर दी गई.
दरअसल पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि महिला की हत्या की भूमिका में कुमार पिता लिमड़िया, सुलीन पिता आपसिंग, रवि पिता शांतिलाल व दीपु उर्फ दीपक पिता राजू कि दिग्ध भूमिका है. सूचना पर ग्रामीण थाना पुलिस द्वारा घेराबंदी कर चार आरोपियों को कुमार के घर से गिरफ्तार किया गया था. आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि जो पूर्व सरपंच कुमार है. उसने तीन लोगों को 3 लाख रुपये में बानुबाई नामक महिला को जान से मारने की सुपारी दी थी. लेकिन घटना वाली रात बानुबाई जिस स्थान पर सोती है, उस जगह पर बूटी बाई जो कि मेहमान आई हुई थी, वो सो गई और बानू समझ कर उन्होंने बूटी बाई की हत्या कर दी गई थी.
जादू टोने के शक में हत्या
पुलिस के अनुसार आरोपी कुमार द्वारा मृतिका का बूटी बाई की भतीजी बानुबाई की सुपारी दी गई थी. क्योंकि बानुबाई और आरोपी कुमार की बेटी साथ में रहती थी और पूजा पाठ करती थी. 2 वर्ष पूर्व कुमार की बेटी ने खुद को आग लगाकर आत्महत्या कर ली थी. आरोपी कुमार का मानना था कि उसकी बेटी को इस महिला द्वारा पूजा पाठ और जादू टोना के माध्यम से पागल कर दिया गया. जिससे उसने आत्महत्या कर ली.
चारों आरोपियों को किया गिरफ्तार
आरोपी द्वारा 30,0000 रुपये में तीनों आरोपी को बानु बाई की सुपारी दी थी. जिसके 10 हजार बयाना के तौर पर उन्हें नगद भी दे दिए थे. परन्तु घटना वाली तारीख बानू बाई के स्थान पर बूटी बाई सोई हुई थी और आरोपी द्वारा लकड़ी से पीटकर उसकी हत्या कर दी गई. फिलहाल चारों आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय पेश किया गया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है.