Sagar News: मध्य प्रदेश में एक पूर्व विधायक हरवंश राठौर आईटी के बाद अब ईडी के भी रडार पर हैं. आयकर विभाग के छापे में पता चला था कि पिछले 60 सालों से उसके घर में निजी चिड़ियाघर चला रहा था. तब से इलाके में वो मगरमच्छ वाले विधायक के नाम से पहचाने जा रहे हैं.
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Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश के सागर जिले के पूर्व विधायक हरवंश सिंह राठौर अब नई मुसीबत में फंस गए हैं. आईटी के बाद अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी राठौर की जांच करेगा. आयकर विभाग से प्रवर्तन निदेशालय से हवाला कारोबार से जुड़ी जानकारी मांगी है. उनके साथ पूर्व पार्षद राजेश केशवरवानी की भी जांच की जा रही है. आयकर विभाग ने बीजेपी के पूर्व विधायक हरवंश सिंह राठौर और पूर्व पार्षद राजेश केशवरवानी के घर छापा मारा था. सागर जिले के बंडा से विधायक रह चुके राठौर के घर पर मगरमच्छ पालने की खबर से हड़कंप मच गया था
हरवंश सिंह राठौर के बंगले पर आयकर विभाग को छापामार कार्रवाई में पता चला कि पिछले 60 सालों से वन विभाग यहां निजी चिड़ियाघर भी चला रहा था, जो नियम के पूरी तरह से खिलाफ है. इसकी जानकारी सभी को थी, लेकिन किसी ने कभी शिकायत नहीं की. बताजा गया कि राठौर के बंगले में चिड़ियाघर साल 1964-65 के करीब बना था. स्कूली बच्चों से लेकर आम जन तक के लिए ये सार्वजनिक पर्यटन स्थल बना हुआ था.
इस दौरान राठौर के बंगले से वन्यजीवों के अवशेष से बनीं 34 ट्राफियां में जप्त की गई थी. वन विभाग की एसआईटी ने कुछ दिन पहले देर रात छापा मारा तो देखकर दंग रह गए. वन मंडल के अमले को जांच के दौरान जामवरों के अवशेष से बनी ट्रॉफी और आर्टिकल्स मिली. उसके कागज मांगे गए तो किसी तरह के वैध दस्तावेज नहीं मिले. उसके घर में बाघ, तेंदुआ, काले हिरण, चौसिंगा, सांभर, चिकांरा की खाल मिली थी. इसके साथ उनके सींग और भी कुछ अवशेषों से बनी ट्रॉफियां मिली थीं.