देश में 1 साल के अंदर होंगे मध्यावधि चुनाव? पूर्व सीएम भूपेश बघेल के दावे का क्या है सच
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देश में 1 साल के अंदर होंगे मध्यावधि चुनाव? पूर्व सीएम भूपेश बघेल के दावे का क्या है सच

Bhupesh Baghel: छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता भूपेश बघेल ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने देश में मध्यावधि चुनाव होने की संभावना जताई है. 

भूपेश बघेल का बड़ा बयान

Chhattisgarh Politics: एक तरफ देश में फिर से एनडीए की सरकार बनने जा रही है तो दूसरी तरफ कांग्रेस के नेता भूपेश बघेल ने बड़ा बयान दिया है. उनका मानना है कि देश में आने वाले 6 महीने- 1 साल के भीतर मध्यावधि चुनाव हो सकते हैं. ऐसे में उन्होंने कांग्रेस के कार्यकर्ताओं से चुनाव के लिए तैयार रहने की अपील की है. अपने इस बयान के पीछे उन्होंने कई तर्क भी दिए हैं. ऐसे में पूर्व सीएम बघेल के इस बयान से सियासी पारा एक बार फिर गर्माता नजर आ रहा है. 

'मध्यावधि चुनाव हो सकते हैं'

दरअसल, भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट की है, जिसमें उन्होंने कहा 'कार्यकर्ता साथी तैयार रहें! 6 महीने- 1 साल के भीतर मध्यावधि चुनाव हो सकते हैं. फडनवीस इस्तीफा दे रहे हैं, योगी जी की कुर्सी डोल रही है. भजनलाल शर्मा भी डगमग-डगमग कर रहे हैं. सरकार बनी नहीं है लेकिन जदयू प्रवक्ता अग्निवीर योजना रद्द करने और जातिगत जनगणना की बात कर रहे हैं. ये सब वो मुद्दे हैं जो राहुल गांधी जी लेकर चले हैं.'

भूपेश बघेल का दावा है कि बीजेपी में भी अंदर खाने कई तरह की उठापठक चल रही है, ऐसे में देश में मध्यावती चुनाव होने की उम्मीद बन सकती है. हालांकि उनके इस बयान के पीछे कई मायने हो सकते हैं. 

बयान पर शुरू हुई चर्चा 

दरअसल, भूपेश बघेल लोकसभा चुनाव के बाद कार्यकर्ताओं का आभार जताने पहुंचे थे. इसी दौरान उन्होंने यह बयान दिया है. जिसके बाद उनका बयान सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बनता जा रहा है. क्योंकि भले ही देश में फिर से एनडीए की सरकार बन रही है, लेकिन इस बार बीजेपी को अपने दम पर बहुमत नहीं मिला है. बीजेपी को 240 सीटें मिली है और वह बहुमत के जादूई आंकड़े 272 से 32 सीटें पीछे रह गई है, ऐसे में बीजेपी इस बार दूसरे सहयोगी दलों के साथ सरकार बना रही है. यही वजह है कि भूपेश बघेल ने मध्यावती चुनाव होने की उम्मीद जताई है.  

इंडिया गठबंधन में भी कई पार्टियां शामिल 

खास बात यह है कि इस बार विपक्ष बेहद मजबूत नजर आ रहा है. यहां तक कि लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद इंडिया गठबंधन के कई नेताओं ने सरकार बनाने तक का दावा किया था. लेकिन फिलहाल कांग्रेस ने विपक्ष में बैठने का फैसला किया है. लेकिन इंडिया गठबंधन हर तरह की परिस्थितियों पर नजर बनाए हुए हैं. 

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