Dhanteras 2024: दीवाली पर्व की शुरुआत धनतेरस के साथ होती है. इस दिन मां लक्ष्मी और भगवान की कुबेर की पूजा का विधान है. साथ ही नई चीजों की खरीदारी भी की जाती है. एस्ट्रोलॉजर रुचिका अरोड़ा से जानिए धनतरेस की तिथि, पूजा विधि और इसका महत्व.
Dhanteras 2024 Date: धनतेरस को दिवाली पर्व के शुरुआत का प्रतिक माना जाता है. इस दिन मां लक्ष्मी और भगवान कुबेर की पूजा कर धन और वैभव की कामना की जाती है. ऐसे में जरूरी हो जाता है कि धनतेरस की पूजा सही मुहूर्त में सही विधि के साथ की जाए. एस्ट्रोलॉजर रुचिका अरोड़ा से जानिए इस बार कब मनाई जाएगी धनतेरस. क्या है पूजा का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि.
धनतेरस हिंदुओं के सबसे बड़े त्योहारों में से एक है. इसे दिवाली पर्व के शुरुआत का तौर पर देखा जाता है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन लोग धन और समृध्दि पाने के लिए मां लक्ष्मी, भगवान धन्वंतरि और कुबेर जी की पूजा की जाती है.
हर साल कार्तिक माह के त्रयोदशी तिथि को धनतेरस का पर्व मनाया जाता है. वैदिक पंचांग के अनुसार इस साल धनतेरस तिथि की शुरुआत 29 अक्टूबर 2024 की सुबह 10:31 बजे होगी और इसका समापन 30 अक्टूबर 2024 को दोपहर 01:15 बजे होगी. यानी धनतेरस 29 अक्तूबर, मंगलवार को मनाई जाएगी.
पंचांग के अनुसार धनतेरस की पूजा का शुभ मुहूर्त 29 अक्टूबर की शाम 06 बजकर 30 मिनट से रात 08:12 मिनट तक रहेगा.
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जो भी धनतेरस के दिन मां लक्ष्मी और भगवान कुबेर की पूजा पूरी श्रद्धा से करता है भगवान उनकी मनोकामना जरूर पूरा करते हैं. साथ ही उन्हें धन और वैभव देते हैं.
धनतेरस की पूजा में थोड़ी सी सावधानी रखने की जरूरत है. धनतेरस के दिन सुबह जल्दी उठकर साफ पानी से स्नान करना चाहिए. इस दिन घर और मंदिर की सफाई करना चाहिए. इसके बाद पूजा के समय भगवान गणेश, मां लक्ष्मी और भगवान कुबेर की मूर्ति स्थापना कर पूजा करें.
मान्यता है कि धनतेरस के दिन नई चीजें खरीदने से घर में धन और वैभव का आगमन होता है. साथ ही धनतेरस की पूजा में एक और बात का ध्यान रखना होता है. इस दिन भगवान की पूजा में जिन भी चीजों के इस्तेमाल से किया जाता है उसको शुभ मुहूर्त पर ही खरीदना चाहिए.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी धार्मिक और सामान्य मान्यताओं पर आधारित है.
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