MP News: इंदौर में दो पुलिसकर्मियों को संस्पेंड करने का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि दोनों ने मिठाई के डिब्बे में गुजरात जा रहे 14 लाख रुपए उठाए हैं. जिसकी वजह थोड़ी हैरान करने वाली है.
Trending Photos
Indore Police: जब पुलिस पर ही हेराफेरी करने के आरोप लगने लगे तो फिर बदमाशों के तो कहने ही क्या. कुछ ऐसा ही मामला इंदौर से सामने आया है. जहां दो पुलिसकर्मियों को 14 लाख रुपए की हेराफेरी करने के मामले में संस्पेंड किया गया है. पुलिस के अधिकारियों ने मामले में जांच भी बैठाई है. बताया जा रहा है कि इंदौर से गुजरात जा रही एक बस में मिठाई के डिब्बे में 14 लाख रुपए जा रहे थे, जिसे दोनों पुलिसकर्मियों ने बस को रास्ते में चैकिंग के लिए रोककर उठा लिया.
यह पूरा मामला
दरअसल, इंदौर से गुजरात जा रही पंजाब ट्रेवल्स की बस से 14 लाख रुपए गायब हुए थे, जिसकी शिकायत चंदन नगर पुलिस को की गई और जांच होते-होते पुलिस थाने के ही दो पुलिसकर्मियों पर पैसों की हेराफेरी का आरोप लग गया. जिसकी जांच की जा रही है. पूछताछ में पता चला कि दोनों पुलिसकर्मियों ने बस को चैकिंग के लिए रोका और उसमें से एक पार्सल उठा ले गए, शिकायत के बाद जब चंदन नगर पुलिस ने ड्रायवर से पूछताछ की, तब पूरे मामले का खुलासा हुआ.
पुलिसकर्मियों को किया गया संस्पेंड
मामले में दोनों पुलिसकर्मियों को संस्पेंड कर दिया गया है. हालांकि अभी तक हुई पूछताछ में दोनों पुलिसकर्मियों ने रुपए अपने पास नहीं होने की बात कही है. लेकिन जांच में दोनों का नाम आने के बाद डीसीपी राजेश सिंह ने दोनों पर कार्रवाई की है.
सूत्रों के मुताबिक बताया जा रहा है कि दोनों पुलिसकर्मियों यह 14 लाख रुपए हवाला के लगे थे. लेकिन मामला व्यापारिक लेनदेन से जुड़ा है. दरअसल, इंदौर में रहने वाले अंकित जैन ने चंदन नगर थाने में 25 दिसंबर को एक शिकायत दर्ज कराई थी. जिसमें उन्होंने बताया कि इंदौर के आईटी पार्क जवाहर टेकरी के पास पंजाब ट्रेवल्स की बस के ड्राइवर को भाविक पटेल नाम के शख्स ने 14 लाख रुपए मिठाई के डिब्बे में बंद करके दिए थे. भाविक के मुताबिक यह पैसे अहमदाबाद में कन्हैयालाल पटेल नाम के शख्स को दिए जाने थे. लेकिन शिकायत में अंकित ने बताया कि ड्राइवर ने कोई पैसे कन्हैयालाल को नहीं दिए है. जिसके बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ.
ये भी पढ़ेंः MP News: कैलाश विजयवर्गीय ने दिया इस्तीफा, जेपी नड्डा से मुलाकात के बाद लिया फैसला