हाथियों के आतंक से दहशत में ग्रामीण, दो दिनों में 2 लोगों की जान गई
Advertisement

हाथियों के आतंक से दहशत में ग्रामीण, दो दिनों में 2 लोगों की जान गई

पेंड्रा के एक गांव के लोग हाथियों के आतंक से काफी दहशत में हैं. 2 दिन में हाथियों ने गांव के 2 लोगों की जान ले ली है.

पेण्ड्रा

दुर्गेश बिसेन/ पेण्ड्रा:  मरवाही जिनकी पहचान यहां सबसे पहले भालू से थी, लेकिन अब भालू लैंड के नाम से मशहूर मरवाही वनमंडल में हाथियों का खतरा आ गया है. पिछले करीब 6 साल से इस इलाके में हाथियों की चहलकदमी बढ़ी है.  मरवाही इलाके में दो दिन में दो लोगों को हाथी ने मार डाला है. जहां कल जब मरवाही के मालाढांड गांव के ग्रामीण मनरेगा का काम कर वापस आ रहे थे. तभी हाथी ने मध्य प्रदेश की सीमा से उसके पास पहुंचे मनरेगा मजदूर पर हमला बोल दिया. घटना में बदीराम की मौत हो गई और सहदेव गंभीर रूप से घायल हो गया. जिसका जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है, आज शाम मरवाही के कटरा गांव के बाधाटोला में रहने वाला ग्रामीण रामधन मार्को अपने घर में था कि अचानक हाथी पहाड़ी के किनारे से नीचे आ गया और रामधन के घर से धान निकाल रहा था. तभी रामधन और हाथी दोनों आमने-सामने आ गए. जिसके बाद दहशत में रामधन ने वहां से भागने की कोशिश की और हाथी दौड़ा और रामधन पर हमला कर उसे मौत के घाट उतार दिया.

हाथियों की मौजूदगी से दहशत में ग्रामीण 
इस घटना को देख आसपास के ग्रामीण सहम गए. हाथी के वहां से जाने के बाद रामधन को पास जाते देखा तो रामधन का शव बुरी तरह खून से लथपथ देख ग्रामीणों के होश उड़ गए. वहीं घटना की सूचना पर वन अमला मौके पर पहुंच गया है. एक ही रिहायशी इलाके के आसपास हाथियों की मौजूदगी से ग्रामीण दहशत में हैं. हालांकि, वन विभाग ग्रामीणों को सावधान और सतर्क रहने के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में नियमित रूप से हाथियों के मौजूद होने पर मुनदियों का आयोजन करके पक्के घरों में जाने के लिए कहता है. इसके बावजूद ग्रामीण कच्चे घरों में रहते हैं. बता दें कि मरवाही वन मंडल में मौजूद तीनों हाथी नर हैं. जिससे लगातार ऐसी घटनाएं हो रही हैं. 

Trending news