दिल्ली के बाद अब छत्तीसगढ़ में बौद्ध सम्मेलन में दिलाई गई हिंदू देवी देवताओं के खिलाफ शपथ, मचा बवाल
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दिल्ली के बाद अब छत्तीसगढ़ में बौद्ध सम्मेलन में दिलाई गई हिंदू देवी देवताओं के खिलाफ शपथ, मचा बवाल

दिल्ली, लखनऊ के बाद अब छत्तीसगढ़ के राजनादगांव में भी हिंदू देवी देवताओं के खिलाफ शपथ दिलाने का मामला सामने आया है. घटना का वीडियो सामने आने के बाद हिंदू संगठनों और बीजेपी के लोग भड़क गए हैं और कार्यक्रम में शपथ दिलाने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग कर रहे हैं. 

दिल्ली के बाद अब छत्तीसगढ़ में बौद्ध सम्मेलन में दिलाई गई हिंदू देवी देवताओं के खिलाफ शपथ, मचा बवाल

किशोर शिल्लेदार/राजनादगांवः हिंदू देवी देवताओं के अपमान के कई मामले सामने आ चुके हैं. अब एक बार फिर ऐसी खबर सामने आई है, जहां एक बौद्ध सम्मेलन में हिंदू देवी देवताओं के खिलाफ शपथ दिलाई गई. यह घटना छत्तीसगढ़ के जिले राजनादगांव की है. अब इस खबर के सामने आने के बाद इस पर हंगामा हो गया है. हिंदू संगठन इसे लेकर भड़क गए और उन्होंने शपथ दिलवाने वाले लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग की है. 

हिंदू देवी देवताओं की पूजा करने का हुआ विरोध
बता दें कि 7 नवंबर को राजनादगांव जिले में शिवनाथ नदी के तट पर राज्य स्तरीय बौद्ध सम्मेलन का आयोजन किया गया. आरोप है कि इस कार्यक्रम में बौद्ध भिक्षुओं ने हिंदू देवी देवताओं की पूजा अराधना नहीं करने और हिंदू धर्म को ना मानने की शपथ दिलाई गई. इस कार्यक्रम का वीडियो भी सामने आया है, जिसके बाद हंगामा हो गया है और हिंदू संगठन, बीजेपी इसके विरोध में उतर आए हैं. हिंदू संगठनों ने हिंदू देवी देवताओं के खिलाफ शपथ दिलाने वाले लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है. 

साथ ही शहर सहित पूरे जिले भर में इस घटना को लेकर विरोध शुरू हो गया है. गौरतलब है कि कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह भी शामिल हुए थे लेकिन शपथ से पहले ही वह चले गए थे. शपथ के दौरान राजनादगांव नगर निगम की मेयर हेमा देशमुख भी मंच पर मौजूद रहीं. अब हंगामे के बाद उन्होंने स्पष्टीकरण दिया है कि वह कार्यक्रम में मौजूद जरूर थीं लेकिन उन्होंने शपथ नहीं ली. राजनादगांव के बीजेपी सांसद संतोष पांडे ने भी इस घटना की कड़ी निंदा की है. 

दिल्ली में भी आया था ऐसा मामला
राजधानी दिल्ली में भी एक ऐसा मामला सामने आया था. जहां बौद्ध सम्मेलन में हिंदू देवी देवताओं को ना मानने की शपथ दिलाई गई थी. इस कार्यक्रम में दिल्ली सरकार के मंत्री रहे राजेंद्र पाल गौतम भी मौजूद थे. इस कार्यक्रम के बाद हुए हंगामे के बाद राजेंद्र पाल गौतम को मंत्रीपद से इस्तीफा देना पड़ा था. 

दिल्ली के बाद उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भी ऐसा ही कार्यक्रम आयोजित होने का मामला सामने आया था, जिसमें बौद्ध सम्मेलन के दौरान हिंदू देवी देवताओं को ना मानने की शपथ दिलाई गई थी. जिसके बाद खूब विवाद हुआ था. 

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