Bastar में धर्मातंरण करने वालों के खिलाफ ग्रामीण लामबंद, गांव में घुसने पर लगाई रोक
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Bastar में धर्मातंरण करने वालों के खिलाफ ग्रामीण लामबंद, गांव में घुसने पर लगाई रोक

Chhattisgarh Religion change Case: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बस्तर जिले के  रानसरगिपाल गांव में धर्म परिवर्तन (Religion change) करने वाले लोगों को गांव में घुसने पर पाबंदी लगा दी गई है. इसका फैसला ग्रामसभा में लिया गया. कहा जा रहा है कि इसके लिए ग्रामीणों ने एकजुटता दिखाई. इसके पहले भी राज्य में ऐसे मामले देखे गए हैं.
 

Bastar में धर्मातंरण करने वालों के खिलाफ ग्रामीण लामबंद, गांव में घुसने पर लगाई रोक

Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में लगातार धर्म परिवर्तन के बाद ग्रामीणों के लामबंद होने के मामले देखे जा रहे हैं. बीते दिनों में नारायणपुर (Narayanpur) जिले में ये चीजें सामने आई थी. जहां पर दो पक्षों में चर्च में तोड़फोड़ के बाद कई फैसले लिए गए थे जिसमें ग्रामीण लामबंद हो गए थे. ऐसा ही एक मामला बस्तर (Bastar) जिले में भी देखने को मिला जहां पर गांव के कुछ लोगों को धर्म परिवर्तन करने के बाद गांव में घुसने पर पाबंदी लगा दी गई है. क्या है मामला जानते हैं.

गांव में घुसने पर लगी रोक
बस्तर जिले के तोकापाल ब्लॉक के रानसरगिपाल गांव में कुछ ग्रामीणों द्वारा धर्म परिवर्तन कर लिया गया था. जिसका विरोध करते हुए ग्रामीण लामबंद हो गए और ग्रामसभा आयोजित करके कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए. इस दौरान गांव वालों ने धर्म परिवर्तन करने वाले लोगों पर गांव में आने से रोक लगा दी है.

ग्रामीणों ने इस सिलसिले में बस्तर जिले के प्रशासनिक अधिकारियों से भी मुलाकात की और अपने निर्णयों में अधिकारियों का सहयोग मांगा. लेकिन कहा जा रहा है कि विभाग की तरफ से कहा गया कि बैठक के बाद ये इस पर निर्णय लिया जाएगा.

नारायणपुर में भी ग्रामीण हुए थे लामबंद
बीते दिनों में नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ क्षेत्र के आकाबेड़ा, धुरबेड़ा, कुतुल, पदमकोट, कच्चापाल, कस्तूरमेटा, कलमानार, नेडनार सहित कई क्षेत्रों के ग्रामीणों ने धर्मांतरण के विरोध में प्रदर्शन किया था. बताया जा रहा था कि यहां के रहने वाले लोगों को धर्म परिवर्तन करने के बाद गांव से बहिष्कृत करने का निर्णय लिया गया था. जिसमें पूरे गांव के लोग एकजुट हुए थे.

चर्च में की गई थी तोड़फोड़
नारायणपुर जिले के एक गांव में चर्च में तोड़फोड़ के बाद दो समुदायों में हिंसात्मक घटनाएं होने लगी थी. जगह जगह पर आगजनी और विरोध प्रदर्शन होने लगे थे. जिसके बाद पुलिस प्रशासन ने मोर्चा संभाला और भारी संख्या में पुलिस की तैनाती कर दी थी. जिसके बाद ग्रामीण लामबंद हो गए थे. ऐसा ही एक और मामला बस्तर जिले में देखा जा रहा है.

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