IT के क्षेत्र में दिख रही छत्तीसगढ़ की सफलता, स्थानीय स्तर पर इंटरनेशनल प्रोडक्ट्स तैयार
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IT के क्षेत्र में दिख रही छत्तीसगढ़ की सफलता, स्थानीय स्तर पर इंटरनेशनल प्रोडक्ट्स तैयार

chhattisgarh news: आईटी के क्षेत्र में भी अब छत्तीसगढ़ तेजी से आगे बढ़ता जा रहा है. छत्तीसगढ़ राज्योत्सव में इसकी झलक देखने को मिल रही है. राज्य के इंजीनियर आदित्य बी ने एक मशीन बनाई है, जो पूरे राज्योत्सव में चर्चा का विषय बनी हुई है. 

IT के क्षेत्र में दिख रही छत्तीसगढ़ की सफलता, स्थानीय स्तर पर इंटरनेशनल प्रोडक्ट्स तैयार

chhattisgarh news: रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्योत्सव में राज्य की कई सफलताएं देखने को मिली. छत्तीसगढ़ के राज्योत्सव में कला, संस्कृति के साथ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप आई. टी. क्षेत्र में सफलता की झलक भी दिख रही है. चिप्स द्वारा लगाये गये स्टॉल में 36आईएनसी सेंटर द्वारा पोषित स्टार्टअप के युवा संस्थापक एवं इंजीनियर आदित्य बी. द्वारा बनाई गयी सीएनसी (कंप्यूटर न्यूमेरिकल कंट्रोल) मशीन लोगों के बीच खास आकर्षण का केंद्र बनी हुई है. जिसे देखने के लिए लोगों की भीड़ जुट रही है. 

मशीन की खासियत 
चिप्स के मुख्य कार्यपालन अधिकारी रितेश अग्रवाल ने बताया कि यह मशीन कंप्यूटर से डेटा लेकर लेजर की मदद ये लकड़ी, कांच, प्लास्टिक जैसे अनेक सरफेस पर मनचाहा डिजाइन प्रिंट करती है. इसमें लेजर सेंटिंग की मदद से कोई भी मनचाही आकृति बिना किसी कारीगर के पूर्ण परिशुद्धता (एक्यूरेसी) के साथ तैयार की जा सकती है. अपनी इन्ही खासियतों की वजह से यह मशीन चर्चा में बनी हुई है. यही वजह है कि इस मशीन को देखने के लिए लोग पहुंच रहे हैं. 

युवा स्टार्टअप इंजीनियर आदित्य बी. ने बताया कि स्थानीय स्तर पर तैयार किये गये इस इंटरनेशनल प्रोडक्ट्स को राज्योत्सव 2022 में अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है. अब तक 16 मशीनें छत्तीसगढ़ के विभिन्न व्यापारियों द्वारा बुकिंग कराई जा चुकी है. जिससे आईटी के क्षेत्र में दिख रही छत्तीसगढ़ की सफलता की झलक देखने को मिल रही है. 

प्रदेश के युवाओं ने किया नवाचार 
उल्लेखनीय है कि चिप्स द्वारा संचालित 36आईएनसी सेंटर में राज्य के युवाओं द्वारा स्टार्टअप्प्स के जरिए कृषि एवं ग्रामीण क्षेत्रों के लिए अनेक नवाचार सफलतापूर्वक किए गए हैं.  इनमें उच्च तकनीकों का उपयोग करते हुए जंगली हाथी के मूवमेंट की वास्तविक स्थिति ज्ञात करना तथा उपुक्त कदम उठाने के लिए सक्षम विभाग को सहायता प्रदान करना, मिट्टी की जांच कर मोबाइल पर सूचित करना, कृषि से सम्बन्धित कार्यों जैसे- कीट प्रकोप का आंकलन, कीटनाशक छिडकाव, गिरदावरी आदि ड्रोन द्वारा किये जा रहे हैं.  इनके अतिरिक्त कटिंग एज टेक्नोलॉजी जैसे - आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डाटा एनालिटिक्स, इन्टरनेट ऑफ़ थिंग्स (आई.ओ.टी.) एवं ब्लाक चेन जैसे आधुनिकतम तकनीकों पर आधारित स्टार्टअप 36आईएनसी सेंटर में कार्यरत है. 

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