MP Election: मायावती के निशाने पर BJP-कांग्रेस, जानिए क्यों चंबल में जोर लगा रही है BSP
Advertisement
trendingNow1/india/madhya-pradesh-chhattisgarh/madhyapradesh1959253

MP Election: मायावती के निशाने पर BJP-कांग्रेस, जानिए क्यों चंबल में जोर लगा रही है BSP

MP Election: मध्य प्रदेश में बसपा भी आखिरी दौर में पूरा जोर लगा रही है. मायावती ने चंबल अंचल में पार्टी प्रत्याशियों के पक्ष में प्रचार करते हुए बसपा पर जमकर निशाना साधा. 

बसपा ने चंबल में लगाया जोर

MP Election: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में प्रचार अब आखिरी दौर में हैं. बहुजन समाज पार्टी हर बार की तरह इस बार भी सबसे ज्यादा फोकस चंबल अंचल में कर रही है. ऐसे में आखिरी दौर में यूपी की पूर्व सीएम और बसपा सुप्रीमों मायावती ने चंबल में ही सबसे ज्यादा संभाए की है. मायावती ने भिंड और मुरैना जिले में सभा करते हुए पार्टी प्रत्याशियों के समर्थन में वोट मांगे. इस दौरान उन्होंने बीजेपी और कांग्रेस दोनों पर ही जमकर निशाना साधा. 

बीएसपी बनवाएंगी सरकार 

मायावती ने भिंड में बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी संजीव सिंह कुशवाहा संजीव के पक्ष में नई गल्ला मंडी में सभा को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि तत्कालीन उत्तर प्रदेश की बीएसपी सरकार ने गरीबों और दलितों के हित में काम किया था. लेकिन इस बार मध्य प्रदेश में भी बीएसपी की सरकार बनवाएं और दलित और गरीब तबके के लिए बीएसपी सरकार ही काम कर सकती है, यह आज आप लोग किसी अन्य दलों के प्रलोभन में ना आते हुए, बहुजन समाज पार्टी को ही वोट करें. उन्होंने कहा कि इस बार सरकार बीएसपी ही बनवाएंगी. 

ये भी पढ़ेंः कमलनाथ के गढ़ में गडकरी का बड़ा वादा, क्या नागपुर से छिंदवाड़ा के बीच होगा यह काम ?

मुरैना में लगाया जोर 

मुरैना में भी मायावती ने जिले की सभी विधानसभा सीटों पर प्रत्याशियों के समर्थन में प्रचार किया. उन्होंने कि कहा हमने बीएसपी से जुड़ने की तादाद को ध्यान में रखते हुए उसी अनुपात में सर्व समाज को टिकट दिया है. मायावती ने कहा पूरे देश में बीएसपी ही अकेली ऐसी पार्टी है जो विरोधी पार्टियों की तरह देश के बड़े-बड़े पूंजी पतियों और धना सेठो की आर्थिक मदद से नहीं बल्कि अपनी पार्टी के ही आम कार्यकर्ताओं की आर्थिक मदद से चुनाव लड़कर केंद्र और राज्यों की सत्ता में आना चाहती है, ताकि हमारी पार्टी सत्ता में आने के बाद फिर बिना किसी दबाव के आजाद होकर सर्व समाज के लोगों की समस्याओं का समाधान करके उन्हें हर मामले में व्यवहार स्तर पर खुशहाल बना सके.

बसपा ने चंबल में लगाया जोर 

बता दें कि 2018 के विधानसभा चुनाव में बसपा को सूबे में दो सीटें मिली थी, जिसमें एक सीट चंबल अंचल से ही थी. हालांकि बसपा कई सीटों पर किंगमेकर बनकर उभरी थी. ऐसे में बसपा का इस बार भी सबसे ज्यादा फोकस चंबल में ही हैं. बसपा ने चंबल में बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों के बागी नेताओं पर भी दांव लगाया है. ऐसे में बसपा इस बार चंबल में क्या रोल निभाती है यह देखने वाली बात होगी.

ये भी पढ़ेंः कांग्रेस MLA पर दलित से मारपीट का आरोप,बुंदेलखंड अंचल की इस सीट से लड़ रहे हैं चुनाव

Trending news