Yamuna Expressway: यमुना एक्सप्रेसवे से जुड़ेगा ईस्टर्न पेरीफेरल, जानें कहां बनेगा इंटरचेंज और किसे होगा फायदा
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Yamuna Expressway: यमुना एक्सप्रेसवे से जुड़ेगा ईस्टर्न पेरीफेरल, जानें कहां बनेगा इंटरचेंज और किसे होगा फायदा

Yamuna Expressway: 123 करोड रुपए की लागत से आगामी डेढ़ साल में ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे (EPE) को यमुना एक्सप्रेसवे (Yamuna Expressway) से जोड़ने के लिए इंटरचेंज बनकर तैयार हो जाएगा. 

Yamuna Expressway: यमुना एक्सप्रेसवे से जुड़ेगा ईस्टर्न पेरीफेरल, जानें कहां बनेगा इंटरचेंज और किसे होगा फायदा

Yamuna Expressway: ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे (EPE) को यमुना एक्सप्रेसवे (Yamuna Expressway) से जोड़ने के लिए बनने वाले इंटरचेंज का इंतजार अब खत्म हो गया है. पिछले 6 साल से अटकी इस परियोजना का यूपी के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा और जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह ने जगनपुर अफजलपुर गांव के पास ईस्टर्न पेरिफेरल पर उतार-चढ़ाव के लिए इंटरचेंज का शिलान्यास किया. 123 करोड रुपए की लागत से आगामी डेढ़ साल में यह इंटरचेंज बनकर तैयार हो जाएगा. 

6 साल से अटकी पड़ी इस परियोजना में किसान 64.7 फीसदी अतिरिक्त मुआवजा और आबादी को लेकर कोर्ट चले गए थे. प्राधिकरण के काफी प्रयास व प्रभावित किसानों को 64.7 फीसदी अतिरिक्त मुआवजा दिए जाने के बाद अब इंटरचेंज के निर्माण का रास्ता साफ हो गया. 123 करोड रुपए की लागत से बनने वाला यह इंटरचेंज लगभग 18 माह में बनकर तैयार हो जाएगा.

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उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने ग्राम जगनपुर अफजलपुर के पास ईस्टर्न पेरिफेरल पर उतार-चढ़ाव के लिए इंटरचेंज के कार्य का शुभारंभ पूजा अर्चना कर नारियल तोड़कर कर किया. इस मौके पर  मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने कहा कि इस इंटरचेंज के बनने से नोएडा हवाई अड्डे की कनेक्टिविटी और सुगम होगी. ट्रैफिक की समस्या से राहत मिलेगी, साथ ही पैसे और समय की भी बचत होगी. इंटरचेंज की डिजाइन में कुछ परिवर्तन किया गया है. 

यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि कुल चार इंटरचेंज बनेंगे, जिसमें दो उतरने के लिए होंगे और दो चढ़ने के लिए होंगे. इसके अलावा बराबर वाली 60 मीटर और 30 मीटर वाली सड़क को भी इससे जोड़ा जाएगा, जिसका फायदा यहां के निवासियों को मिलेगा. इससे यहां के सेक्टर भी एक्सप्रेसवे से जुड़ जाएंगे.

ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे हरियाणा के सोनीपत से पलवल तक बना है, लेकिन ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे का यमुना एक्सप्रेसवे से अभी तक कोई लिंक नहीं है. इस वजह से ईस्टर्न पेरिफेरल पर आगरा से जाने वाले वाहन चालको को 15 से 20 किमी का चक्कर लगाना पड़ता है. इंटरचेंज के बन जाने से आगरा की तरफ से आने वाले लोग बागपत, गाजियाबाद, सोनीपत व फरीदाबाद आसानी से पहुंच जाएंगे.

Input- Pranav Bhardwaj