हरियाणा छोटे चुनाव के झटके बड़े, क्यों राष्ट्रीय पार्टियों को खानी पड़ी मुंह की
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हरियाणा छोटे चुनाव के झटके बड़े, क्यों राष्ट्रीय पार्टियों को खानी पड़ी मुंह की

 हरियाणा पंचायत चुनाव के नतीजें घोषित हो चुके हैं. पंचायत चुनाव में कुछ बड़ी पार्टियों ने भी अपने-अपने सिंबल पर जोरआजमाइश की थी, लेकिन उनके पाले में जितने प्रत्याशी आए वो पार्टियों के लिए बेहद चिंताजनक है.

हरियाणा छोटे चुनाव के झटके बड़े, क्यों राष्ट्रीय पार्टियों को खानी पड़ी मुंह की

नई दिल्ली: हरियाणा राज्य में जिला परिषद (Haryana Jila Parishad Chunav) के 411 और पंचायत समिति (Haryana Panchayat Parishad Samiti) के 3081 सदस्यों के लिए करीब 21 महीने के देरी के बाद नवंबर में 3 चरणों में चुनाव संपन्न कराए गए. चुनाव के नतीजे रविवार को घोषित हो गए. चुनाव परिणामों के घोषणा के बाद राज्य के जिला परिषदों और पंचायत समितियों को अपने सदस्य तो मिले ही, साथ ही राष्ट्रीय पार्टियों को जोरदार झटका भी लगा. पंचायत चुनावों (Haryana Panchayat Chunav 2022) में कई राष्ट्रीय और नामी पार्टियों ने अपना जोर आजमाया था, लेकिन उनके पाले में जितने पंचायत सदस्य गए हैं उन्हें देखकर तो बस यही कहा जा सकता है कि नाम बड़े और काम छोटे.

पार्टियों को खानी पड़ी मुंह की
पंचायत चुनाव में कुछ बड़ी पार्टियों ने भी अपने-अपने सिंबल पर जोरआजमाइश की थी. भाजपा, आम आदमी पार्टी, इनेलो, और बसपा ने चुनावी रण में अपने प्रत्याशियों को उतारा था, लेकिन उनके पाले में जितने प्रत्याशी आए वो पार्टियों के लिए बेहद चिंताजनक है. पंचायत चुनाव में बड़ी पार्टियों की जीत का प्रतिशत देखें तो भाजपा को 21%, इनेलो को 13% आप को 12% और बसपा को 13% सीटों पर ही सफलता मिल पाई है.

किस पार्टी के कितने सदस्य जीते
जिला परिषद और पंचायत समिति के इस चुनाव में भाजपा ने 102 सीटों पर अपने प्रत्याशियों को उतारा था, जिसमें से महज 22 प्रत्याशी ही जीत हासिल कर पाए. सबसे ज्यादा 114 सिटों पर आम आदमी पार्टी ने अपने प्रत्याशियों को चुनावी रण में उतारा था, जिनमें 14 प्रत्याशी जीते और 100 को हार का सामना करना पड़ा. वहीं इनेलो को 98 सीटों में से महज 13 सीटों पर जीत हासिल हुई. उत्तर प्रदेश की बहुजन समाज पार्टी ने चुनावों में 71 प्रत्याशियों को मैदान में उतारा था जिसमें से महज 9 प्रत्याशी ही जीत पाए.  

पार्टीयों को जोरदार झटका
पंचायत चुनावों में जीते सदस्यों के नामों के घोषणा के साथ ही राष्ट्रीय पार्टियों को कई सीख भी मिली है. पंचायत चुनाव में लोगों ने जिस हिसाब से सदस्यों का चुनाव किया है उससे पार्टियों को यह समझ लेना चाहिए कि अब चुनावों में चुनावी प्रचार और वादों से ऊपर उठकर जमीनी स्तर पर लड़ाई करनी होगी. जनसरोकार के काम, लोगों की सहूलियत वाली योजनाएं और काम प्राथमिकता से करने होंगे.

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2024 विधानसभा चुनाव का आईना पंचायत चुनाव
पंचायत चुनाव (Haryana Panchayat Chunav 2022) के नतीजों देखकर यह कहा जा सकता है कि यह पंचायत चुनाव 2 साल बाद होने वाले वाले विधानसभा चुनावों का आईना साबित हो सकता है. पार्टियों को मिली सीटों से जनता ने ये साफ कर दिया है कि आने वाले विधानसभा चुनावों में पार्टियों को उनके नाम पर नहीं बल्की उनके कामों पर वोट मिलेंगे.

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