Wedding Season: तेजी से बढ़ रहा रिटेल व्यापार, इस सीजन 42 लाख शादियों में 5.5 लाख करोड़ रुपये के व्यापार का अनुमान
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Wedding Season: तेजी से बढ़ रहा रिटेल व्यापार, इस सीजन 42 लाख शादियों में 5.5 लाख करोड़ रुपये के व्यापार का अनुमान

Wedding Season: CAIT के महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शासन में देश का रिटेल व्यापार बहुत तेजी से बढ़ रहा है. इस बार 15 जनवरी से 15 जुलाई के बीच लगभग 42 लाख शादियां होंगी, जिसमें 5.5 लाख करोड़ रुपये के खर्च का अनुमान है. 

Wedding Season: तेजी से बढ़ रहा रिटेल व्यापार, इस सीजन 42 लाख शादियों में 5.5 लाख करोड़ रुपये के व्यापार का अनुमान

Wedding Season: इस साल 15 जनवरी से शुरू हुए शादी सीजन में आगामी 15 जुलाई तक देशभर में लगभग 42 लाख शादियां होंगी. इनसे संबंधित खरीदारी और सेवाओं से लगभग 5.5 लाख करोड़ रुपये बाजार में आएंगे. यह अनुमान कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) द्वारा लगाया गया है. इसके साथ ही CAIT के महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शासन में देश का रिटेल व्यापार बहुत तेजी से बढ़ रहा है. 

CAIT के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा पिछले साल डेस्टिनेशन वेडिंग को विदेशों की जगह देश में ही करने की अपील की गई थी. इसी का परिणाम है कि इस साल देशभर में डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए फेमस जगहें आगामी जुलाई तक पूरी तरह बुक हैं. पिछले साल 14 दिसंबर को समाप्त हुए शादी सीजन में लगभग 35 लाख विवाह हुए थे, जिनके खर्च का अनुमान 4.25 लाख करोड़ था. वहीं इस बार 15 जनवरी से 15 जुलाई के बीच होने वाली शादियों में 5.5 लाख करोड़ रुपये खर्च का अनुमान किया गया है, जो अब तक के अनुमान में सबसे ज्यादा है.

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प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि इस शादी सीजन में अनुमान है कि लगभग 5 लाख विवाह की प्रति विवाह लागत 3 लाख होगी, लगभग 10 लाख विवाह की प्रति विवाह की लागत लगभग 6 लाख होगी. इसके अलावा 10 लाख विवाहों की अनुमानित लागत प्रति विवाह 10 लाख होगी. 10 लाख विवाह की लागत 15 लाख प्रति विवाह होगी. 6 लाख विवाह की लागत 25 लाख प्रति विवाह होगी. इसके अलावा 60 हजार विवाह ऐसे होंगे, जिनकी लागत प्रति विवाह 50 लाख होगी. 40 हजार विवाह 1 करोड़ से अधिक लागत के होंगे. इन सभी विवाहों में 5.5 करोड़ रुपये के व्यापार का अनुमान है. 

प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि शादी सीजन के दौरान मुख्य रूप से जिन सामानों का ज्यादा व्यापार होता है, उनमें घर की मरम्मत और पेंटिंग प्रमुख है. इसके अलावा, आभूषण, साड़ी, लहंगा-चुनरी, फर्नीचर, रेडीमेड कपड़े, कपड़े, जूते, विवाह और शुभकार्य कार्ड, सूखे मेवे, मिठाई, फल, पूजा वस्त्र, किराना, अनाज, सजावटी वस्त्र, घर की सजावट, इलेक्ट्रिकल यूटिलिटीज, इलेक्ट्रॉनिक्स, और विभिन्न उपहार आइटम आदि की मांग सबसे अधिक होती है. इन सभी दुकानदारों को इश सीजन में बड़ा व्यापार मिलने की बड़ी उम्मीद है.

प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि शादियों के लिए बैंक्वेट हॉल, होटल, ओपन लॉन, समुदाय केंद्र, सार्वजनिक पार्क, फार्महाउस, और विभिन्न अन्य विवाह स्थलों को दिल्ली सहित पूरे देश में पूरी तरह से बुक कर लिया गया है. हर विवाह की खरीदारी के अलावा, टेंट डेकोरेशन, विवाह स्थल की सजावट, फूलों की सजावट, क्राकरी, केटरिंग सेवाएं, यात्रा सेवाएं, कैब सेवाएं, पेशेवर स्वागत समूह, सब्जी विक्रेता, फोटोग्राफर, वीडियोग्राफर, बैंड, संगीत कलाकार , डीजे सेवाएं, विवाह बारात के लिए घोड़े, बग्घी, लाइट, ढोल, ताशे, नफीरी, शहनाई सहित अनेक अन्य सेवाओं को भी बड़ा व्यापार मिलता है. इसके अतिरिक्त, विवाह सामग्रियों और उपहार आइटम की पैकेजिंग तथा इवेंट मैनेजमेंट शादियों के सीजन के लिए एक बड़े व्यापार के रूप में स्थापित हुए हैं. शादियों के सीजन में सेवाओं के क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ जाते हैं. 

 

 

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