Shivling Jalabhishek: रोहतक के किलोई में स्थित 2000 साल पुराने शिवलिंग पर जलाभिषेक के लिए तो 200 मीटर से भी लंबी कतार तक लगी रही. यहां पर सुबह चार बजे ही श्रद्धालुओं की कतार लगनी शुरू हुई और घंटों तक यहां कतार लगी रही. किलोई सहित रोहतक के तमाम शिव मंदिरों में हर हर महादेव की गूंज होती रही. श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक किया और मन्नत मांगी. रोहतक शहर से करीब 20 किलोमीटर दूर स्थित गांव किलोई का प्राचीन शिवलिंग सदियों पुराना है. इसकी पुष्टि पुरातत्व विभाग का सर्वे भी कर चुका है, इस शिवलिंग का 1776 में पता चला था. लेकिन इससे पहले भी यहां शिवलिंग होने का दावा किया जा रहा है. किलोई गांव का यह प्राचीन शिवलिंग रोहतक ही नहीं बल्कि आसपास के तमाम गांवों के शिव भक्तों के लिए आस्था का केंद्र बना हुआ है. जहां हर शिवरात्रि पर मेला लगता है. पुरातत्वविदों के अनुसार 2000 साल पहले मंदिर के आसपास दो गांव थे. संभवत इन्हीं दोनों गांवों के पास यह शिव मंदिर उस समय भी था. इसी कारण यहां दूर दूर से शिवभक्त आते हैं.