Delhi Sports: अंतरराष्ट्रीय कोचिंग फेडरेशन के कोच ने कहा कि अगर यमुना किनारे इंटरनेशनल लेवल का वाटर स्पोर्ट्स स्टेडियम बना लिया जाए तो कयाकिंग और कैनोइंग के खिलाड़ी भारत के लिए पदक जीत सकते हैं.
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Kayaking and Canoeing Tips: पिछले दिनों भोपाल में इंडियन कयाकिंग एंड कैनोइंग एसोसिएशन (IKCA) के अध्यक्ष प्रशांत कुशवाह ने ICF High Level Course Sprint Coaches Education Program का आयोजन कराया. इस दौरान अंतरराष्ट्रीय कोचिंग फेडरेशन (ICF) के कोच जैक महमूदी ने दिल्ली के खिलाड़ियों को कयाकिंग और कैनोइंग की बारीकियों से अवगत कराया.
भोपाल भ्रमण करने के बाद जैक राजस्थान और चण्डीगढ़ होते हुए दिल्ली पहुंचे तो बेहद खुश नजर आए. यहां दिल्ली स्टेट कयाकिंग और कैनोइंग एसोसिएशन के अध्यक्ष यूके चौधरी और सभी अधिकारियों ने फूलों का गुलदस्ता भेंटकर और माला पहनाकर उनका स्वागत किया. जैक दिल्ली के लाल किला और चांदनी चौक होते हुए सोनिया विहार वॉटर स्पोर्ट्स क्लब भी गए. वहां के सभी सीनियर और जूनियर खिलाड़ियों ने उनका स्वागत किया.
वहीं बीएसएफ के सीनियर कोच व दिल्ली के दूसरे क्लब के कोच व खिलाड़ियों ने भी उनका माला पहनाकर स्वागत किया. इसके बाद जैक ने दिल्ली के सभी क्लब के खिलाड़ियों को पानी में कयाकिंग और कैनोइंग की टेक्निक के बारे में बताया.
वाटर स्पोर्ट्स स्टेडियम बनाने की सलाह दी
जैक महमूदी का कहना है कि दिल्ली में वॉटर स्पोर्ट्स के क्षेत्र में कयाकिंग और कैनोइंग को लेकर अनंत संभावनाएं हैं. खिलाड़ियों में इस खेल के प्रति गजब का जज्बा है. उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाले समय में दिल्ली के खिलाड़ी ओलंपिक खेलों में भाग लेकर मेडल प्राप्त करेंगे। उन्होंने यमुना के किनारे वाटर स्पोर्ट्स स्टेडियम बनाने की सलाह दी और कहा कि यहां इंटरनेशनल लेवल का स्टेडियम बन सकता है. भारत में होने वाले ओलंपिक से पहले यहां स्टेडियम होगा तो कयाकिंग और कैनोइंग खेल में भारत ओलंपिक में मेडल जीत सकता है.
उन्होंने दिल्ली ऐतिहासिक इमारतों-लाल किला, जामा मस्जिद, कुतुब मीनार आदि जगहों पर घूमकर दिल्ली को इस ऐतिहासिक विरासत के लिए बहुत ही गौरवपूर्ण और भाग्यशाली बताया. उन्होंने कहा कि दिल्ली में विभिन्न संस्कृतियों और धर्म के लोग रहते हैं, जिनकी बोली और भाषा भिन्न है और यहां का खानपान भी बहुत ही अलग तरह का और विभिन्नता पूर्ण है. मुझे दिल्ली आकर बहुत अच्छा महसूस हुआ.
कयाकिंग और कैनोइंग क्या है
कयाकिंग में खिलाड़ी बंद डेक वाली नाव को डबल ब्लेड वाली चप्पू से चलाता है. इसमें खिलाड़ी पैर फैलाकर बैठ सकता है, जबकि कैनोइंग में खुली डेक वाली नाव पर खिलाड़ी अक्सर घुटने के सहारे बैठकर एक ब्लेड वाली चप्पू चलाता है.