Sonipat News: भारी बारिश और बाढ़ से खादर के लोगों को भारी नुकसान हुआ है. वहीं सोनीपत के एक किसान की फसल को 10 लाख रुपये का नुकसान हुआ है.
Trending Photos
Sonipat News: यमुना नदी के कहर के चलते ड्रैगन फ्रूट की ढाई एकड़ की फसल को करीबन 10 लाख रुपये का नुकसान हो गया है. लाखों रुपये का मुनाफा देने वाली फसल ड्रैगन फ्रूट के बर्बादी के बाद किसान मायूस नजर आ रहा है, नुकसान के बाद किसान दोबारा फसल उगाने के लिए सोच भी नहीं पा रहा है. पहली बार ड्रैगन फ्रूट की खेती करने वाले किसान पर बाढ़ के पानी ने नुकसान की चादर ओढ़ा दी है. लाखों रुपये के पौधे बाढ़ के पानी में गल सड़कर कर नष्ट हो गए हैं. पीड़ित किसान सरकार की तरफ से मुआवजे के लिए निगाहे फैलाकर इंतजार कर रहा है.
ये भी पढ़ें: Delhi News: मणिपुर को लेकर AAP सांसद राघव चड्ढा बोले- केंद्र सरकार संविधान के अनुच्छेद लागू करने में रही विफल
विदेशों में उगाए जाने वाले फल ड्रैगन फ्रूट की खेती बाढ़ के चलते बर्बाद हो गई है. गांव जाजल के रहने वाले किसान ने 1 साल पहले ही ड्रैगन फ्रूट की खेती की शुरुआत की थी और अभी फल आना शुरू हुआ था. किसान को उम्मीद थी कि एक अच्छा मुनाफा उसे मिल पाएगा, लेकिन बारिश और बाढ़ के जलभराव ने किसान के अरमानों पर पानी फेर दिया है.
किसानों ने ड्रैगन फ्रूट की खेती के लिए करीबन 10 लाख रुपये खर्च किए, जानकारी के मुताबिक किसान ने पिछले साल करीबन 4 लाख रुपये में पौधे को खड़ा करने के लिए करीबन 240 पिलर तैयार करवाए थे. वहीं पौधे तक पानी पहुंचाने के लिए ड्रिप सिस्टम करीबन 2 लाख रुपये में लगवाया था और वहीं अन्य खर्च और पौधों की खरीद समेत करीबन 10 लाख रुपये का खर्च किसान ने बताया है, लेकिन बाढ़ के कारण किसान अपनी लागत का एक रुपया भी नहीं निकाल पाया है.
वहीं ड्रैगन फ्रूट की खेती किसान के लिए एक अच्छा मुनाफे का साधन है, लेकिन यमुना नदी के किनारे पर बसा हुआ गांव जाजल बाढ़ की चपेट में आ गया और जिसके चलते ड्रैगन फ्रूट की खेती में 5 से 6 फुट तक पानी भर गया और जहां पौधे की जड़ को पूरी तरह से गला दिया. एक तरफ जहां लाखों रुपये के पौधे बर्बाद हो गए तो दूसरी तरफ इन्हीं पौधों से आने वाली पैदावार जीरो हो गई है. हालात यह है कि जिस ड्रैगन फ्रूट की कीमत बाजार में 50 से 150 तक मिलती थी. किसान की वह फसल बर्बाद होने से किसान गरीबी जैसे हालात में चला गया है.
जानकारी के मुताबिक गांव जाजल में किसान ने ढाई एकड़ में ड्रैगन फ्रूट के पौधे लगाए थे, जो बाढ़ के पानी में बर्बाद हो गए हैं और किसान को करीबन 10 लाख का नुकसान हुआ है. किसान ने यह भी बताया कि अब फसल पककर तैयार होने लगी थी और उसे बाजार में बेचने के लिए लेकर जाना था, लेकिन पैदावार लेने से पहले किसान की आंखों के सामने उसकी लाखों रुपये की फसल बर्बाद हो गई. किसान को हुए नुकसान के बाद आप किसान दोबारा खेती करने की तरफ नहीं सोच पा रहा है. किसान का कहना है कि एक बार में फसल करीब एक लाख रुपये की तैयार हो जाती है और एक पीस का वजन 250 ग्राम से 500 ग्राम तक होता है. किसान ने अपना दर्द जाहिर करते हुए यह भी कहा कि अगर सरकार की तरफ से भरपाई होगी तो किसान इस नुकसान से उभर पाएगा अन्यथा दोबारा कृषि नहीं कर पाएगा.
गौरतलब है कि ड्रैगन फ्रूट रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए काफी अच्छा माना जाता है. इतना ही नहीं यह शुगर के मरीजों के लिए भी कारगर होता है. माना जाता है कि कोलेस्ट्रॉल को कम करने में काफी मददगार होता है और कैंसर के रोगियों के लिए गई है. काफी फायदेमंद माना जाता है. हालांकि यह एक विदेशी फ्रूट है, लेकिन देश में धीरे-धीरे डिमांड बढ़ रही है तो किसान इस खेती को करने के लिए आगे आ रहे हैं और किसानों को इसका अच्छा मुनाफा भी मिलता है, लेकिन किसान नैन सिंह की फसल बाढ़ के कारण पूरी तरह से बर्बाद हो गई है.
किसान नैन सिंह ने बताया कि बाढ़ के कारण है. ड्रैगन फ्रूट की फसल को करीबन 10 लाख रुपये का नुकसान हुआ है. पौधे जड़ से गलत चुके हैं. हालात यह भी है कि पौधे सूख चुके हैं.
Input: Sunil Kumar