सौरभ भारद्वाज का केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप, कहा- गिरफ्तार नहीं कर पा रहे तो करा रहे जासूसी
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सौरभ भारद्वाज का केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप, कहा- गिरफ्तार नहीं कर पा रहे तो करा रहे जासूसी

I phone Warning Notification: AAP सांसद राघव चड्‌ढा सहित कई नेताओं को आईफोन पर Apple कंपनी की तरफ से अलर्ट भेजा गया है. जिसके बाद सौरभ भारद्वाज ने केंद्र सरकार पर फोन टैपिंग और जासूसी के आरोप लगाए हैं. 

सौरभ भारद्वाज का केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप, कहा- गिरफ्तार नहीं कर पा रहे तो करा रहे जासूसी

Arvind Kejriwal: CM केजरीवाल को ED का समन मिलने के बाद AAP नेताओं की तरफ से इस बात का दावा किया जा रहा है कि 2 नवंबर को पूछताछ के दौरान CM केजरीवाल की गिरफ्तारी हो सकती है. शिक्षा मंत्री आतिशी द्वारा गिरफ्तारी की बात कहे जाने के बाद अब सौरभ भारद्वाज ने बड़ी बात कही है. उन्होंने कहा कि अगर CM केजरीवाल की गिरफ्तारी होती है तो तिहाड़ जेल से दिल्ली की सरकार चलेगी. 

कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि BJP के लोग चीख-चीखकर बता रहे हैं कि CM केजरीवाल की गिरफ्तारी होने वाली है. इस दौरान सौरभ भारद्वाज ने कहा कि AAP नेताओं पर अलग-अलग मामलों में 170 केस दर्ज हैं. 70 केस तो अकेले संजय सिंह पर हैं. CM केजरीवाल पर भी दर्जनों मुकदमें दर्ज हैं. BJP द्वारा AAP को खत्म करने की कोशिश की जा रही हैं, लेकिन जब भी AAP को खत्म करने की कोशिश की गई है वो और मजबूत होतर सामने आई है.

जेल से चलेगी सरकार
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि अगर CM अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी हुई तो जेल और सड़क से दिल्ली सरकार चलेगी. हम हिंदुस्तान की जनता को दिखाएंगे की जेल से भी सरकार चल सकती है. 

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कांग्रेस नेता शशि थरूर, पवन खेड़ा, AAP सांसद राघव चड्‌ढा, शिवसेना (उद्धव गुट) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी, AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी और CPI(M) के जनरल सेक्रेटरी सीताराम येचुरी सहित कई नेताओं को आईफोन पर Apple कंपनी की तरफ से अलर्ट भेजा गया है. जिसके बाद एक बार फिर सरकार पर फोन टैपिंग और जासूसी के आरोप लग रहे हैं. 

 

Apple कंपनी की तरफ से भेजे गए अलर्ट पर बोलते हुए सौरभ भारद्वाज ने कहा कि आईफोन सिक्योरिटी थ्रेट अलर्ट को लेकर भारत की केंद्र सरकार पर जासूसी करने के आरोप पहले भी लगे हैं. पेगासस के मुद्दे पर भी केंद्र सरकार संसद में साफ-सुथरा जवाब नहीं दे पाई. केंद्र सरकार विपक्ष के नेताओं की जासूसी कराती है.विपक्ष का जो भी नेता इनके खिलाफ आवाज उठाता है उसे गिरफ्तार करा देते हैं, अगर वो गिरफ्तार नहीं हो पाता तो उसकी जासूसी कराते हैं. अगर आईफोन जैसी कंपनी ये कह रही है तो समझना होगा कि केंद्र सरकार कैसे विपक्ष की जासूसी करा रही है. 

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