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World boxing championships: गोल्ड मेडल जीतने के बाद भावुक हुई नीतू घणघस, बोलीं- कई बार स्टेडियम जाने के लिए नहीं होते थे पैसे

World boxing championships: आईबीए विमेंस वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में हरियाणा की बेटी नीतू घणघस ने गोल्ड पर पंच मारकर भारत को पहला गोल्ड दिला दिया है. नीतू का पूरा परिवार उनका हौसला बढ़ाने और उनका मैच देखने के लिए दिल्ली पहुंचे. इस बीच हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने नीतू घणघस को जीत की बधाई दी. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि गौरवपूर्ण क्षण! प्रसिद्ध भारतीय महिला मुक्केबाज व हरियाणा की बेटी नीतू घनघस को महिला विश्व बॉक्सिंग चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने पर ढेर सारी बधाई एवं शुभकामनाएं. वर्ल्ड चैंपियन बेटी की इस उपलब्धि से जहां देश-प्रदेश का नाम रोशन हुआ है, वहीं इससे युवा खिलाड़ियों को प्रेरणा भी मिलेगी.

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बता दें कि नीतू ने श्री गुरु गोबिंद सिंह कॉलेज में बीए की छात्रा थीं और वह पढ़ाई के साथ-साथ भिवानी बॉक्सिंग क्लब में ट्रेनिंग लेने जाया करती थी. उन दिनों नीतू पिता के साथ 40 किलोमीटर का सफर तय करती थीं और उनकी दिन-रात की मेहनत आज रंग लाई.

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नीतू के सपनों को साकार बनाने के लिए, पिता ने नौकरी से तीन साल की अवैतनिक छुट्टी ली. इतना ही नहीं नीतू के पिता ने अपनी जमीन के एक छोटे से हिस्से पर खेती शुरू की और लागत की देखभाल के लिए लगभग छह लाख रुपये का लोन लिया. नीतू की ट्रेनिंग और खान-पान का जिम्मा भी संभाला. इस दौरान नीतू पर प्रसिद्ध कोच जगदीश सिंह की नजर पड़ी, जो भिवानी के प्रसिद्ध बॉक्सिंग क्लब के संस्थापक और विजेंदर सिंह के मेंटर्स रहे हैं.

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तो वहीं, नीतू के पिता जय भगवान चंडीगढ़ में हरियाणा राज्य सभा में कार्यरत थे. उनकी मां का नाम मुकेश देवी है और नीतू का एक छोटा भाई भी है जिसका नाम अक्षित कुमार है. नीतू की मां का कहना है कि नीतू बचपन से ही काफी शरारती थी और अक्सर स्कूल में दूसरे बच्चों के साथ उनका झगड़ा हो जाता था. इसलिए उनके पिता ने नीतू को बॉक्सिंग से रू-ब-रू कराया ताकि वह अपनी एनर्जी को सही दिशा में लगा सके.

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भारतीय मुक्केबाज नीतू घंघास को 'अगली मैरी कॉम' के रूप के लिए जाना जाता है. क्योंकि नीतू मैरी कॉम को अपना आइडियल मानती है. 22 साल की नीतू घणघस का जन्म 19 अक्टूबर, 2000 को हरियाणा के भिवानी जिले के धनाना गांव में हुआ था. तो बॉक्सिंग की दुनिया से उनका लगाव होना लाजमी था. क्योंकि भिवानी भारतीय मुक्केबाजी का केंद्र है और ओलंपिक पदक विजेता विजेंदर सिंह सहित कई दिग्गज मुक्केबाजों का यहां जन्म हुआ है.  

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नीतू घणघस के कोच जगदीश नीतू की जीत पर बोले पूरे देश व बेटियों के लिए गर्व की बात है. नीतू ने साक्षी बार का भी बदला लिया है. इसी के साथ नीतू की साथी बॉक्सर बोली कि हम सब के लिए प्रेरणा बनी है नीतू और वहीं, नीतू के भाई सीटू बोले- नीतू ओलंपिक में भी लाएगी गोल्ड.

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महिला विश्व बॉक्सिंग चैंपियनशिप में नीतू घणघस ने कमाल का प्रदर्शन किया है और देश के लिए स्वर्ण पदक जीता है. उन्होंने दिल्ली में आईबीए महिला विश्व बॉक्सिंग चैंपियनशिप में 45-48 किग्रा भारवर्ग में मंगोलिया की लुत्साइखान को हरा दिया.

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स्टेडियम में बीजिंग ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता और नीतू के आदर्श विजेंदर सिंह भी मौजूद थे. इस दौरान विजेंदर सिंह नीतू के साथ मुक्केबाजी करते हुए नजर आ रहे हैं.

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इतना ही नहीं विजेंदर सिंह नीतू के सिर पर हाथ रखकर उन्हें आशीर्वाद भी दे रहे हैं. दोनों इन फोटो में काफी खून नजर आ रहे हैं