Rebuplic Day 2025: भारत इस बार अपना 76वां गणतंत्रता दिवस मनाने जा रहा है. यह दिन हर भारतीय के लिए गर्व का प्रतीक है. इस दिन हम अपने राष्ट्रगान 'जन गण मन' को गाते हैं, जो हमारे देश की पहचान को दर्शाता है. 'जन गण मन' न केवल भारत की सांस्कृतिक विविधता का प्रतीक है, बल्कि यह देशवासियों को एक सूत्र में पिरोने का भी कार्य करता है. इसमें दिल्ली का नाम शामिल न होने का कारण इसे किसी एक क्षेत्र तक सीमित न करना था, बल्कि पूरे भारत को समर्पित करना था.
National Anthem History: भारत का राष्ट्रीय गान 'जन गण मन' एक ऐसा गीत है जो हर भारतीय के दिल में देशभक्ति का संचार करता है. यह गीत पहली बार 27 दिसंबर 1911 को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के कोलकाता अधिवेशन में गाया गया था. इसे रवींद्रनाथ टैगोर ने लिखा था, जो एक महान कवि, साहित्यकार और भारत के पहले नोबेल पुरस्कार विजेता थे. उनके इस गीत को 24 जनवरी 1950 को संविधान सभा ने भारत के राष्ट्रीय गान के रूप में अपनाया. आइए 5 मुख्य बिंदु जो 'जन गण मन' को समझाते हैं
Who wrote 'Jana Gana Mana': 'जन गण मन' को रवींद्रनाथ टैगोर ने मूल रूप से बंगाली भाषा में लिखा था. इसे बाद में हिंदी और संस्कृत में अनुवादित किया गया. यह गीत भारत की विविधता में एकता का प्रतीक है. यह गीत पहली बार 1911 में कोलकाता में गाया गया. उस समय इसका उद्देश्य ब्रिटिश शासकों की प्रशंसा नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति और गौरव को प्रकट करना था.
First Time when National Anthem Sing: 1950 में इसे आधिकारिक रूप से राष्ट्रीय गान के रूप में स्वीकार किया गया. इसकी लंबाई और अर्थ इसे अन्य गीतों से अलग बनाते हैं. 'जन गण मन' में भारत के पांच प्रमुख क्षेत्र पंजाब, सिंध, गुजरात, मराठा और द्रविड़ का उल्लेख है. इसके अलावा विंध्य, हिमाचल, यमुना और गंगा जैसे भौगोलिक तत्व भी शामिल हैं.
Why Delhi not mention in National Anthem: जानकारों के अनुसार दिल्ली का नाम विशेष रूप से शामिल न होने का कारण यह है कि गीत भारत की भौगोलिक और सांस्कृतिक विविधता को समर्पित है, न कि किसी विशेष राजनीतिक या प्रशासनिक क्षेत्र को. उस समय दिल्ली को राष्ट्रीय राजधानी के रूप में उतनी प्रमुखता नहीं मिली थी.
Time Duration of National Anthem: 'जन गण मन' को गाने में 52 सेकंड लगते हैं. इसका आधिकारिक संस्करण भारतीय नौसेना के बैंड द्वारा प्रस्तुत किया गया. टैगोर का उद्देश्य एक ऐसा गीत बनाना था जो पूरे भारत को एकजुट कर सके. उन्होंने इस गीत में सांस्कृतिक और प्राकृतिक विविधता को महत्व दिया.
When was National Anthem translated from Bengali to Hindi: मूल गीत 'भारतो भाग्य बिधाता' नाम से लिखा गया था और इसे बाद में हिंदी में अनुवादित किया गया. टैगोर ने सिर्फ भारत का ही नहीं, बल्कि बांग्लादेश का राष्ट्रीय गान 'आमार सोनार बांग्ला' भी लिखा. 'जन गण मन' आज भी हर भारतीय के लिए गर्व का प्रतीक है. इसे किसी भी राष्ट्रीय समारोह में गाना अनिवार्य होता है.