Kanwar Yatra: 2 साल के लंबे इंतजार के बाद भगवान शिव की भक्ति का महिना सावन शुरू होने जा रहा है. सावन का महीना इस साल 14 जुलाई से लेकर 12 अगस्त तक चलेगा, इस बार सावन के चार सोमवार वर्त पड़ रहे है. पक्ष्चिमी उत्तर प्रदेश के रास्ते कांवड़ यात्रा नोएडा से होते हुए दिल्ली में दाखिल होती है. इसको देखते हुए नोएडा और दिल्ली पुलिस ने पुख्ता बंदोबस्त किये है और यात्रियों को किसी प्रकार की परेशानी न हो इसके लिए हिंडन नहर और ओखला पक्षी विहार रोड के लिए विशेष रुट तय किया है. यात्रा को सुरक्षित बनाने के लिए यात्री पंजीकरण प्रणाली भी शुरु की गई है, साथ ही NH-9 पर वाहनों की संख्या कम करने के लिए रूट डायवर्जन किया गया है.
दिल्ली पुलिस की ओर उन रास्तों को लेकर जानकारी दी गई है. हर साल बड़ी संख्या में कांवड़िए दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान से जाते हैं. और दिल्ली से उत्तराखंड की ओर बढ़ते हैं. कुछ श्रद्धालु दिल्ली-NCR के रास्तों से आगे बढ़ते हैं.
इन रास्तों से गुजरते हैं कावड यात्री, जैसे- जी.टी रोड (केशव चौक से यमुना ब्रिज तक), ISBT, वजीराबाद रोड (भोपुरा बॉर्डर से सिग्नेचर ब्रिज), रोड नंबर 66 (गोकुलपुरी टी-पॉइंट से सीलमपुर टी पॉइंट), रोड नंबर 68, पुस्ता रोड को शामिल है.
कांवड़ यात्रा के दौरान इन रास्तों पर देखने को मिली भीड़, इन रास्तों से कावड़िएं दिल्ली में प्रवेश और निकास करते हैं. जिनमें एंट्री पॉइंट भोपुरा बॉर्डर, पुलिस स्टेशन नंद नगरी, केशव चौक, जीटी रोड है. और जहां से कावड़िए दिल्ली से बाहर निकलते हैं उसमें वजीराबाद आयरन ब्रिज, सिग्नेचर ब्रिज, आईएसबीटी कश्मीरी गेट, पुराना लोहे का पुल के रास्ते शामिल है.
दिल्ली के इन रास्तों पर दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. साथ ही ट्रैफिक पुलिस ने ट्रैफिक डायवर्जन भी किया है. श्रद्धालुओं और यातायात से जुड़ी समस्या ना हो. 14 जुलाई यानी गुरुवार से इन रास्तों पर कांवड़ियों की भीड़ देखने को मिलेगी.
सरकार द्वारा अनुमति प्राप्त 37 शिविर इन रास्तों पर लगाए गए हैं. जिसमें जिला प्रशासन की ओर से भी व्यवस्था और सुरक्षा को लेकर नजर रखी जा रही है.
उत्तराखंड और हरियाणा पुलिस ने गाइडलाइन जारी करते हुए कांवड़ ले जा रहे शिवभक्तों को कोरोना की पॉजिटिव रिपोर्ट दिखानी होगी.
कांवड़ के लिए दिल्ली में इन रास्तों से गुजरेगी यात्रा, लेकिन यात्रा से पहले ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाना होगा. इन सभी रास्तों पर दिल्ली पुलिस की चप्पे-चप्पे पर रहेगी नजर.
दो साल बाद उमड़ा कांवडियों का सैलाब