पलवल मेट्रो को कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेसवे और हरियाणा आर्बिटल रेल से जोड़ने की योजना बनाई जा रही है. यह कनेक्टिविटी क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी. बल्लभगढ़ से पलवल तक मेट्रो नेटवर्क के विस्तार की मांग पिछले कई वर्षों से की जा रही थी.
16 अगस्त 2022 को पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पृथला विधानसभा क्षेत्र में एक रैली के दौरान मेट्रो के पलवल तक विस्तार की घोषणा की थी. इसके तुरंत बाद, संबंधित विभागों ने इस योजना पर काम करना शुरू कर दिया. तकनीकी टीम ने बल्लभगढ़ मेट्रो स्टेशन से पलवल तक दौरा किया और निर्माण की स्थिति की जांच की.
इस मेट्रो कारिडोर की कुल लंबाई लगभग 24 किलोमीटर है, जिसमें 10 स्टेशन प्रस्तावित हैं. बल्लभगढ़ के बाद सेक्टर 58-59, सीकरी, सोफ्ता, पृथला, बघौला, आल्हापुर और पलवल के औद्योगिक क्षेत्र को कनेक्टिविटी प्रदान करने वाले स्टेशन शामिल हैं. यह रूट पूरी तरह एलिवेटेड होगा और इसकी अनुमानित लागत 180 करोड़ रुपए प्रति किलोमीटर है.
इस परियोजना का कुल बजट 4320 करोड़ रुपये आंका गया है. बल्लभगढ़ से पलवल के बीच कई औद्योगिक इकाइयां हैं, विशेषकर पृथला औद्योगिक क्षेत्र में. मेट्रो के आगमन से इन सभी इकाइयों को लाभ होगा. वर्तमान में, पलवल से बल्लभगढ़ और आगे दिल्ली तक रोजाना दो लाख से अधिक लोग आवागमन करते हैं.
फिलहाल, लोग रेल और सार्वजनिक परिवहन पर निर्भर हैं, जिससे उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है. मेट्रो के आने से श्रमिकों के लिए यात्रा आसान हो जाएगी. बल्लभगढ़ विधानसभा क्षेत्र के पूर्व मंत्री एवं विधायक मूलचंद शर्मा ने कहा है कि डीपीआर तैयार की जा रही है और उम्मीद है कि अगले साल काम शुरू हो जाएगा