Delhi News: लोकसभा चुनाव के नतीजे जारी होने के बाद नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार देश के PM बन गए हैं. शपथ ग्रहण के बाद मंत्रियों के विभागों का भी बंटवारा कर दिया गया है, ऐसे में अब उम्मीद जताई जा रही है कि कई रुकी हुई परियोजनाएं अब पूरी हो सकती हैं. राजधानी दिल्ली में भी कई ऐसे प्रोजेक्ट हैं, जिन्हें चुनाव की वजह से केंद्र सरकार की मंजूरी नहीं मिल पाई. अब नई सरकार के बनने के बाद जल्द ही ये पूरे हो सकते हैं.
मास्टर प्लान आने वाले 20 सालों के लिए शहर को विकास की एक नई दिशा प्रदान करता है, लेकिन दिल्ली पिछले 3 साल स इसके लागू होने का इंतजार कर रही है. मास्टर प्लान को 2021 में लागू हो जाना चाहिए था, लेकिन अलग-अलग वजह से ये आगे बढ़ता रहा. वर्तमान में ये केंद्र सरकार के पास विचाराधीन है. ऐसे में जल्द ही इसके लागू होने की उम्मीद है.
नई दिल्ली और दिल्ली छावनी रेलवे स्टेशन का रीडिवेलपमेंट किया जाना है. लंबे समय से ये प्रोजेक्ट रुका हुआ है, ऐसे में नई सरकार बनने के बाद इसे मंजूरी मिल सकती है.
दिल्ली के बिजवासन और होलंबी कलां में दो नए रेल टर्मिनल बनाने का फैसला लिया गया है, लेकिन इन प्रोजेक्ट की रफ्तार बहुत धीमी है. नई सरकार के गठन के बाद इसमें तेजी आ सकती है.
दिल्ली देहात के लिए रिठाला-कुंडली मेट्रो लाइन लंबे समय से केंद्र सरकार की मंजूरी का इंतजार कर रही है. ऐसे में अब उम्मीद जताई जा रही है कि नई सरकार बनने के बाद जल्द ही इसे मंजूरी मिल सकती है.
दिल्लीवासी लंबे समय से पानी की किल्लत से परेशान हैं. दिल्ली सरकार इस मामले में हरियाणा को दोषी ठहरा रही है तो वहीं हरियाणा इसका ठीकरा AAP के सिर पर फोड़ रही है. ऐसे में केंद्र सरकार की दखल से इस मामले का समाधान निकल सकता है.