Advertisement
trendingPhotos/india/delhi-ncr-haryana/delhiharyana2500687
photoDetails0hindi

Chhath Puja 2024: नहाय-खाय से होगी छठ पर्व की शुरुआत, जानें महत्व और पहले दिन के पूजा नियम करें नोट

Chhath Puja 2024 Date: छठ पूजा का महापर्व हर साल कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को मनाई जाती है. यह महापर्व बिहार और पूर्वांचल में बहुत ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. छठ पूजा में उगते ही नहीं बल्कि ढ़लते सूर्य देव की भी पूजा की जाती है. इस अवसर पर व्रत भी रखा जाता है, जिसकी अवधी कुल 36 घंटे की होती है. छठ का व्रत सबसे कठिन वर्तों में से एक माना जाता है. छठ पर्व की शुरुआत नहाय खाए होती है. आइए आपको नहाय खाए पूजा मुहूर्त और महत्व के बार में बताते है.

Chhath Puja 2024 Importance

1/5
Chhath Puja 2024 Importance

Chhath Puja 2024 Importance: चार दिन तक मनाए जाने वाले छठ पूजा का पर्व इस साल 5 नवंबर 2024  से शुरू होगा और 8 नवंबर को इसका समापन हो जाएगा. छठ में सूर्य देव की पूजा की जाती है, संतान और सुहाग के लिए व्रत रखा जाता है.

 

Chhath Puja 2024 Schedule

2/5
Chhath Puja 2024 Schedule

Chhath Puja 2024 Schedule: पहले दिन नहाय खाय, दूसरे दिन खरना पूजा, तीसरे दिन संध्याकालीन या अस्तचलगामी सूर्य को अर्घ्य और चौथे दिन उषा अर्घ्य या उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ समापन.

 

Chhath Puja 2024 1st Day Nahay khay

3/5
Chhath Puja 2024 1st Day Nahay khay

Chhath Puja 2024 1st Day Nahay khay: दिवाली के चौथे दिन नहाय खाय होता है. नहाय खाय पर शुद्धता का खास ध्यान रखा जाता है. छठ का व्रत रखने वाली महिलाएं और आदमी इस दिन सुबह-सुबह स्नान कर साफ कपड़ें पहनते हैं. साथ ही सात्विक भोजन का सेवन करते हैं. 

 

Chhath Puja Nahay khay Importance

4/5
Chhath Puja Nahay khay Importance

Chhath Puja Nahay khay Importance: इस व्रत की शुरुआत सात्विक भोजन करते हैं. इस दिन चावल, लौकी की सब्जी, चने की दाल, आदि ग्रहण करते हैं. व्रत रखने वाले सदस्य के खाना खाने के बाद ही घर के बाकी लोग खाना खाते हैं. 

 

Chhath Puja Nahay khay Puja Niyam

5/5
Chhath Puja Nahay khay Puja Niyam

नहाय खाए के दिन रखें इन बातों का ध्यान ( Nahay khay Puja Niyam): इस दिन खाना सेंधा नमक में बनाएं. व्रती बिस्तर पर न सोएं. स्नान करके साफ-सुथरे या नए कपड़े ही पहनें. नहाय खाय में बना भोजन भगवान गणेश और सूर्य देव को भोग लगाकर ही खाएं.