Haryana News: गेहूं का उठान न होने के चलते आढ़तियों ने मंडी का कामकाज बंद कर मार्केट कमेटी के गेट को बंद कर दिया है. लगातार स्थानीय प्रशाशनिक एवं उच्च अधिकारीयों को इस समस्या से अवगत कराया गया है, लेकिन किसी ने समस्या की तरफ ध्यान नहीं दिया, जिसकी वजह से किसानों को पेमेंट नहीं हो पा रही है.
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Haryana News: पलवल में गेहूं का उठान न होने के चलते आढ़तियों ने मंडी का कामकाज बंद कर मार्केट कमेटी के गेट को बंद कर दिया. मंडी के आढ़तियों का कहना है कि गेहूं का उठान न होने से किसानों की पेमेंट नहीं हो पा रही है. साथ ही जगह न होने की वजह से नई खरीद में भी काफी दिक्कतें आ रही हैं. उनका कहना है की एक अप्रैल से ही यह समस्या बनी हुई है.
लेकिन, भाजपा के मौजूदा सांसद और विधायक ने मंडी में आकर इस समस्या का जायजा लेना भी उचित नहीं समझा, जिसका उन्हें इन चुनावों में खामियाजा भुगतना पड़ेगा और न केवल आढ़ती भाजपा प्रत्याशियों का बहिष्कार करेंगे, बल्कि किसान भी बहिष्कार करेंगे और बदलाव लाएंगे. मंडी एसोसिएशन के प्रधान गौरव तेवतिया ने बताया कि जब से मंडी में खरीद शुरू हुई है.
उन्होंने आगे कहा कि तभी से यह समस्या बनी हुई है, जिसके बारे में लगातार स्थानीय प्रशाशनिक एवं उच्च अधिकारीयों को इस समस्या से अवगत कराया गया है, लेकिन किसी ने समस्या की तरफ ध्यान नहीं दिया, जिसकी वजह से किसानों को पेमेंट नहीं हो पा रही है. विवाह शादियों का सीजन चल चल रहा है. किसानों को उनकी फसलों के दाम नहीं मिल रहे, जिसकी वजह से उन्हें समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
उन्होंने बताया कि 13 अप्रैल को एसीएस सुधीर राजपाल ने मंडी का दौरा किया था और स्थानीय प्रशाशन को उठान के लिए दिशा निर्देश दिए थे, लेकिन उसके बाद भी वो ढाक के तीन पात वाली कहावत चरितार्थ हो रही है और उठान नहीं हो रहा है. उन्होंने कहा आज तो अभी मार्किट कमेटी दफ्तर को बंद किया है. कल से मंडी के सभी गेटों को बंद कर देंगे.
आढ़ती हेमराज सहरावत ने बताया कि हमारी मंडी से माल का उठान नहीं हो रहा, जिसकी वजह से किसान की पेमेंट नहीं हो रहीं हैं. उन्होंने कहा की किसानों की फसलें मंडी में आ रही है उठान न होने की वजह से जगह की समस्या बनी हुई है. साथ ही माल का उठान न होने से पेमेंट नहीं आ रही है. इसलिए सरकार जल्दी से जल्दी मंडी में रखे गेहूं का उठान करके किसानों की पेमेंट करें. उन्होंने कहा कि मंडी में करीब साढ़े चार लाख कट्टे रखे हुए है मंडी में कहीं भी कोई खली जगह नहीं है.
(इनपुटः रुस्तम जाखड़)