Nuh News: नूंह में यूनिवर्सिटी न होने से लड़कों को आगे की पढ़ाई के लिए बाहर जाना पड़ता हैं जबकि ज्यादातर लड़कियां बीच में ही पढ़ाई छोड़ देती हैं. अगर नूंह में विश्वविद्यालय खुल जाए तो गांवों की हजारों छात्राओं के लिए उच्च शिक्षा का रास्ता आसान हो जाएगा और छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा के लिए दूर जाना पड़ता है.
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Nuh News: हरियाणा के नूंह में कोई यूनिवर्सिटी नहीं है. नूंह में यूनिवर्सिटी बनवाने के लिए नूंह जिले के खेड़ला गांव की लड़कियों ने एक महीना पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पोस्टकार्ड लिखने का अभियान शुरू किया था. मात्र 8 लड़कियों से शुरू हुए अभियान ने अब एक मुहिम का काम शुरू कर दिया है. हरियाणा के दूसरे जिलों के अलावा कई अन्य प्रदेशों की लड़कियां प्रधानमंत्री को पोस्टकार्ड अभियान के तहत 10 हजार पोस्टकार्ड भेज चुकी हैं.
पिछले दिनों नूंह में हुई हिंसा के पहले 31 जुलाई तक दो हजार पोस्टकार्ड भेजे जा चुके हैं. नूंह में हिंसा होने और इंटरनेट बंद होने से यह अभियान कुछ समय के लिए रुक गया था, लेकिन एक बार फिर से छात्राओं ने फिर से प्रधानमंत्री को पोस्टकार्ड भेजना शुरू कर दिया है. नूंह देश में सबसे पिछड़ा जिला है. यहां केवल 56 फीसदी लोग ही पढ़े लिखे हैं. छात्राएं बहुत पहले से नूंह में एक विश्वविद्यालय की मांग कर रही हैं. इसके लिए वे प्रधानमंत्री को पोस्टकार्ड लिखकर भेज हैं.
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नूंह में यूनिवर्सिटी न होने से लड़के आगे की पढ़ाई के लिए बाहर जाते हैं जबकि ज्यादातर लड़कियां बीच में ही पढ़ाई छोड़ देती हैं. अगर नूंह में विश्वविद्यालय खुल जाए तो गांवों की हजारों छात्राओं के लिए उच्च शिक्षा का रास्ता आसान हो जाएगा. नूंह में विश्वविद्यालय न होने से छात्र छात्राओं को उच्च शिक्षा के लिए दूर जाना पड़ता है, अगर यहां विश्वविद्यालय खुल जाए तो छात्र छात्राओं की तरक्की का रास्ता भी खुल जाए.
खेड़ला गांव की अन्नू, कुमकुम, बरखा,कोमल का कहना है कि जिले की लड़कियों की मांग है कि यूनिवर्सिटी का होना बहुत जरूरी है और हम इस मांग को पूरी तरह सपोर्ट करती हैं, क्योंकि लड़कियों की शिक्षा स्कूल तक ही सीमित रह जाती है वो आगे नहीं पढ़ पाती. खेड़ला गांव से संबंध रखने वाले रफीक हथौड़ी सरपंच एसोसिएशन के प्रधान ने कहा कि सुनील जागलान मेरे बहुत अच्छे मित्र हैं 'सेल्फी विथ डॉटर' के वह संस्थापक हैं.
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उन्होंने आगे कहा कि सुनील जागलान ने मेवात की लड़कियों की शिक्षा को बहुत ज्यादा चिंता में थे. जब इस बारे में इस मुद्दे पर हमारी बात हुई तो उन्होंने कहा कि क्या मेवात की बच्चियों शिक्षा के लिए आगे जा सकती हैं. तभी से इस अभियान की शुरुआत की गई और आठ गांव की 8 लड़कियों द्वारा पोस्टकार्ड अभियान चलाया गया है. लड़कियों की यूनिवर्सिटी की मांग है, जिसका मैं समर्थन करती हूं और मैंने आज भी देश के प्रधानमंत्री को पोस्टकार्ड लिखकर भेजे हैं.
उन्होंने कहा कि सेल्फी विद डॉटर अभियान चलाने वाले सामाजिक कार्यकर्ता सुनील जागलान हरियाणा में इस अभियान को चला रहे हैं. उनका जिक्र प्रधानमंत्री ने मन की बात के 100 वें एपिसोड में किया था.
(इनपुटः अनिल मोहनिया)