Noida Crime News: नौकरी दिलाने के नाम पर चूर्ण बेचने वाले ने की लाखों की ठगी, 6 गिरफ्तार
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Noida Crime News: नौकरी दिलाने के नाम पर चूर्ण बेचने वाले ने की लाखों की ठगी, 6 गिरफ्तार

नोएडा में पुलिस ने बैंकों से लोन दिलाने और विभिन्न कंपनियों में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है. ठगी करने के लिए 16 लोगों को  नौकरी दे रखी थी.

Noida Crime News: नौकरी दिलाने के नाम पर चूर्ण बेचने वाले ने की लाखों की ठगी, 6 गिरफ्तार

Noida Crime News: कोतवाली 63 पुलिस ने अलग-अलग बैंकों से लोन दिलाने और विभिन्न कंपनियों में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए 6 लोगों को गिरफ्तार किया है. यह लोग सेक्टर 63 में कॉल सेंटर खोलकर पंचकर्म आयुर्वेदिक चूर्ण बेचने के बहाने लोगों का डाटा हासिल कर फोन कर नौकरी और लोन दिलाने का झांसा देकर ठगी की वारदातों को अंजाम दे करते थे. ठगी के पैसे से ही आरोपियों ने कार सहित अन्य सामान खरीदा है, जिन्हें पुलिस ने जब्त किया है.

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पुलिस की गिरफ्त में खड़ी जालसाज जो कि इस टोली में विकास कुमार पुनीत कुमार देवांश सक्सेना हर्षित श्रीवास्तव नीतीश कुमार और शैलेंद्र कुमार शामिल है. डीसीपी नोएडा सेंट्रल रामबदन सिंह ने बताया कि विकास गिरोह का सरगना है और पुनीत और विकास भाई हैं. इन दोनों ने सेक्टर-63 एच-61 में पहले कॉल सेंटर खोलकर पंचकर्म आयुर्वेद प्रोसिस केयर किट में नकली चूर्ण भरकर उस पर असली किट का स्टीकर लगाया और चूर्ण को तीन से छह हजार रुपये में बेचना प्रारंभ किया. सामान्य चूर्ण आरोपित दिल्ली से पांच सौ रुपये में खरीदते थे और छह से 12 गुना ज्यादा कीमत पर बेचते थे. ऑनलाइन प्लेटफार्म पर चूर्ण का आर्डर लिया जाता था और उसे बेचा जाता था. यहीं से जालसाजों को संबंधित व्यक्ति का डाटा भी मिल जाता था. डाटा मिलने के बाद आरोपी संबंधित व्यक्ति को फोन कर नौकरी और लोन दिलाने का झांसा देकर ठगी करते थे.

डीसीपी राम बदन सिंह ने बताया कि विकास पूर्व में एक इंश्योरेंस कंपनी में काम कर चुका है. उसे लोन दिलाने की पूरी प्रक्रिया का पता था. इसका फायदा उठाकर ही वह आसानी से लोगों को अपने जाल में फंसा लेता था. कुछ ही माह में विकास ने ठगी कर इतना पैसा कमा लिया कि उसने दफ्तर खोलकर 16 लोगों को नौकरी दी, जिसमें दस युवतियां थीं. इनको 16 से 30 हजार रुपये तक सैलरी मिलती थी. वहीं कमीशन अलग से मिलता था.