Delhi News: केंद्र सरकार यूनिसेफ एवं WHO के अधिकारियों ने वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट एवं वजीराबाद वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट की कार्यप्रणाली को समझने के लिए मंत्री सौरभ भारद्वाज के साथ वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट का दौरा किया. सभी अधिकारियों ने दिल्ली जल बोर्ड द्वारा दिल्ली में पानी को स्वच्छ बनाने एवं वितरण करने की पूरी प्रक्रिया की बहुत सराहना की.
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Delhi News: आज जल मंत्री सौरव भारद्वाज के निर्देशन में केंद्र सरकार यूनिसेफ एवं WHO के अधिकारियों ने सोनिया विहार वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट एवं वजीराबाद वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट की कार्यप्रणाली को समझने के लिए मंत्री सौरभ भारद्वाज के साथ वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट का दौरा किया. सभी अधिकारी दिल्ली जल बोर्ड की कार्यप्रणाली को देखकर यह समझना चाहते थे, कि किस प्रकार से दिल्ली सरकार एवं दिल्ली जल बोर्ड इतने बड़े स्तर पर, इतनी बड़ी जनसंख्या को साफ और स्वच्छ पानी उपलब्ध करता है. इस दौर से पहले सोनिया विहार वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट में सभी अधिकारियों संग एक बैठक की गई.
बैठक में जल बोर्ड के अधिकारियों द्वारा वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट की कार्यप्रणाली के संबंध में एक प्रेजेंटेशन प्रस्तुत की गई, जिसमें विस्तार से यह समझाया गया कि दिल्ली जल बोर्ड किस प्रकार से पानी को स्वच्छ बनाने के लिए काम करता है. उसे बैठक में यह भी बताया गया कि दिल्ली जल बोर्ड को किन-किन स्रोतों के माध्यम से पानी प्राप्त होता है, साथ ही साथ यह भी बताया गया कि उस पानी को स्वच्छ करने के लिए दिल्ली जल बोर्ड के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में क्या प्रक्रिया अपनाई जाती है. कितनी लैब दिल्ली जल बोर्ड के वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट में तथा अन्य जगहों पर स्थापित है और किस प्रकार से उन सभी टेस्टिंग लैब में पानी के मानकों को मापने की प्रक्रिया का क्रियान्वयन किया जाता है.
"आज @UNICEFIndia और @WHO के कुछ अधिकारी केंद्र सरकार के अधिकारियों के साथ वजीराबाद वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट आए। हमने उन्हें दिखाया कि दिल्ली जल बोर्ड द्वारा जल उपचार और गुणवत्ता परीक्षण कैसे किया जाता है। उन्होंने पूरी प्रणाली की सराहना की।" pic.twitter.com/wa0PHRwQYD
— Saurabh Bharadwaj (@Saurabh_MLAgk) October 11, 2023
सभी जानकारी को देखने और समझने के बाद केंद्र सरकार, यूनिसेफ एवं WHO की ओर से आए सभी अधिकारियों ने दिल्ली जल बोर्ड द्वारा दिल्ली में पानी को स्वच्छ बनाने एवं वितरण करने की पूरी प्रक्रिया की बहुत सराहना की, साथ ही साथ दिल्ली जल बोर्ड की सभी टेस्टिंग लैब की कार्यप्रणाली की भी बहुत-बहुत सराहना की.
WHO ने दिल्ली जल बोर्ड की कार्य प्रणाली की सराहना
सौरव भारद्वाज ने बताया कि केंद्र सरकार यूनिसेफ एवं WHO की ओर से आए हुए अधिकारियों ने तसल्ली पूर्वक दिल्ली जल बोर्ड की पूरी प्रक्रिया को समझा, किस प्रकार से दिल्ली जल बोर्ड इतने बड़े स्तर पर पानी को स्वच्छ बनाने का काम करता है. उन्होंने बताया कि दिल्ली जल बोर्ड को गंगा, यमुना एवं ग्राउंडवाटर द्वारा पानी प्राप्त होता है, जिसको दिल्ली जल बोर्ड के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में चल रही प्रक्रियाओं के तहत स्वच्छ बनाया जाता है और घर-घर तक पहुंचाने का काम किया जाता है.
उन्होंने बताया कि पश्चिमी देशों में किसी एक शहर में इतने बड़े स्तर पर पानी को स्वच्छ बनाने एवं इतनी बड़ी जनसंख्या में वितरण करने का काम नहीं होता है. दिल्ली में इतने बड़े स्तर पर पानी को स्वच्छ बनाने एवं घर-घर तक पहुंचाने की इस प्रक्रिया को देखकर सभी अधिकारी बेहद प्रभावित हुए और सभी अधिकारियों ने दिल्ली जल बोर्ड की बहुत सराहना की.
.@UNICEF and @WHO officials, along with central government representatives, have visited Delhi Jal Board's Sonia Vihar & Wazirabad Water Treatment Plant.
We have showed them how water treatment, quality testing is done by Delhi Jal Board. They appreciated the entire system. pic.twitter.com/7mzeyoxu3V
— Saurabh Bharadwaj (@Saurabh_MLAgk) October 11, 2023
दिल्ली के करोड़ लोगों को पानी पहुंचता है दिल्ली जल बोर्ड
सौरभ भारद्वाज ने यह भी बताया कि सोनिया विहार वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट में हुई बैठक के दौरान दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारियों द्वारा प्रस्तुत की गई प्रेजेंटेशन के माध्यम से सभी अधिकारियों को यह जानकारी भी दी गई, कि दिल्ली जल बोर्ड, दिल्ली की लगभग 2.5 करोड़ जनता को घर-घर तक पीने का पानी पहुंचता है. बैठक में बताया गया कि एक अनुमान के आधार पर दिल्ली में लगभग 2.5 करोड़ की आबादी रहती है और दिल्ली में लगभग 27.5 लाख घरों में दिल्ली जल बोर्ड के कनेक्शन लगे हुए हैं दिल्ली जल बोर्ड द्वारा इन सभी घरों में पानी की पाइपलाइन द्वारा पीने का स्वच्छ पानी उपलब्ध कराया जाता है.
उन्होंने आगे बताया कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी ने दिल्ली की जनता से वादा किया था, कि घर-घर तक पीने का स्वच्छ पानी टंकी के जरिए से पहुंचाया जाएगा, इस वादे को ध्यान में रखते हुए दिल्ली सरकार द्वारा लगभग पूरी दिल्ली में पानी की पाइपलाइन बिछा दी गई है. आज दिल्ली की लगभग 2.5 करोड़ आबादी को इन पानी की पाइप लाइनों के माध्यम से घर तक पीने का स्वच्छ पानी दिल्ली जल बोर्ड के द्वारा पहुंचा जा रहा है. दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारियों द्वारा प्रस्तुत किए गए इन आंकड़ों को देखकर सभी अधिकारी आश्चर्यचकित थे और सभी ने दिल्ली जल बोर्ड के इस कार्य की भी बेहद करना की.
"It's important to ensure safe and clean water for everyone. pic.twitter.com/JzftFPJzjW
— Saurabh Bharadwaj (@Saurabh_MLAgk) October 11, 2023
NABL एवं ISO से मान्यता प्राप्त हैं दिल्ली जल बोर्ड की टेस्टिंग लैब
सौरव भारद्वाज ने बताया कि जल बोर्ड की कार्यप्रणाली का दौरा करते हुए सभी अधिकारी गण वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट में स्थित दिल्ली जल बोर्ड की टेस्टिंग लैब में भी पहुंचे. टेस्टिंग लैब के संबंध में कुछ जानकारियां देते हुए उन्होंने बताया, कि दिल्ली जल बोर्ड के पास लगभग 8 जोनल लैब है, जिनमें से पांच लैब ISO से मानक प्राप्त हैं, तथा 3 लैब NABL से मान्यता प्राप्त हैं. इन सभी लैब में निरंतर रूप से पानी के सैंपलों की जांच होती रहती है और पानी की गुणवत्ता को बनाए रखने पर निरंतर कार्य होता रहता है.
उन्होंने आगे बताया कि इन सभी टेस्टिंग लैब में यह कार्य निरंतर इसलिए किया जाता है, क्योंकि कभी-कभी यमुना में पीछे की ओर से आए पानी में अमोनिया तथा अन्य हानिकारक पदार्थों की मात्रा बड़ी हुई आती है. दिल्ली जल बोर्ड की सभी लैब निरंतर रूप से पानी के सैंपल प्रतिदिन टेस्ट करती हैं, ताकि पानी की गुणवत्ता का अंदाजा बना रहे और किसी भी प्रकार से दिल्ली में रहने वाली जनता को हानिकारक पानी पीकर किसी प्रकार की बीमारी का सामना न करना पड़े. उन्होंने बताया कि दिल्ली जल बोर्ड की यह सभी लैब निरंतर रूप से कार्य करती रहती हैं, जब कभी पानी में किसी प्रकार के हानिकारक घटक पाए जाते हैं, तो तुरंत उसकी जानकारी बड़े अधिकारियों तक पहुंचाई जाती है और तुरंत प्रभाव से उस पानी को स्वच्छ करने के लिए अपनाई जा रही प्रक्रियाओं में फेर बदल करके पानी को स्वच्छ बनाने का कार्य शुरू कर दिया जाता है और पानी को पूरी तरह स्वच्छ बनाने के पश्चात ही उस पानी को दिल्ली की जनता तक इस्तेमाल करने के लिए पहुंचाया जाता है. दिल्ली जल बोर्ड की इन सभी टेस्टिंग लैब में चल रहे कार्यों को देखकर सभी अधिकारी गण बेहद प्रभावित हुए.
घर-घर तक पहुंचता है पानी
सौरभ भारद्वाज ने बताया कि दिल्ली में लगभग 10000 किलोमीटर तक पानी की पाइपलाइन बिछाई जा चुकी है. यह पानी की पाइपलाइन दिल्ली की लगभग हर कॉलोनी तक पहुंच चुकी है और यदि कहीं कुछ हिस्सा बाकी रह गया है तो वहां तक पानी की पाइप लाइनों को पहुंचाने का काम दिल्ली जल बोर्ड द्वारा किया जा रहा है. आज दिल्ली के कोने-कोने तक दिल्ली जल बोर्ड द्वारा पाइप लाइनों के जरिए से पीने का पानी पहुंचाया जाता है. यह पाइपलाइन लगभग 10000 किलोमीटर लंबी है, जो की पूरी दिल्ली में कोने-कोने तक फैली हुई है.
साथ ही साथ उन्होंने यह भी बताया कि जहां कहीं भी पुरानी पाइपलाइन हैं और उनमें कोई समस्या है, गल गई है या टूट गई है तो उन लाइनों को भी साथ के साथ बदलने का काम दिल्ली सरकार के दिल्ली जल बोर्ड द्वारा किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि दिल्ली के लोकप्रिय मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी द्वारा दिल्ली की जनता से किया गया वादा घर-घर तक पानी पहुंचाने का हम लगभग पूरा कर चुके हैं और यदि कहीं थोड़ा बहुत कोई हिस्सा अभी पानी की पाइपलाइन से वंचित रह गया है, तो वहां पर भी दिल्ली जल बोर्ड द्वारा कार्य किया जा रहा है. बहुत जल्द ही उन हिस्सों को भी पाइपलाइन के द्वारा पानी पहुंचाने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा.
सौरभ भारद्वाज ने आगे बताया कि पश्चिमी देशों में लगभग पूरे देश की आबादी ही मात्र कुछ करोड़ होती है और उसकी तुलना में यदि दिल्ली जो की भारत देश का केवल एक शहर है, उसकी आबादी ढाई करोड़ है और इन ढाई करोड़ लोगों तक इतने सुव्यवस्थित ढंग से दिल्ली जल बोर्ड द्वारा पानी को स्वच्छ बनाकर वितरण करना, घर-घर तक पानी पहुंचाना, इस पूरी प्रक्रिया को देखकर केंद्र सरकार, यूनिसेफ एवं WHO से आए अधिकारी बेहद प्रभावित थे, सभी अधिकारियों ने दिल्ली जल बोर्ड की बेहद तारीफ की. दिल्ली जल बोर्ड की कार्यप्रणाली से हमें बहुत कुछ सीखने को मिला है और अपने क्षेत्र में जाकर हम भी इस प्रकार की कार्यप्रणाली को अपनाकर एक बड़े स्तर पर करोड़ों लोगों तक पीने का स्वच्छ पानी पहुंचने का एक तंत्र तैयार करने का कार्य करेंगे.
(इनपुटः बलराम पांडे)