Delhi Election 2025: किरायेदारों को फ्री बिजली और पानी देने का AAP का वादा, चुनावी मैदान में नए मुद्दे की गूंज
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Delhi Election 2025: किरायेदारों को फ्री बिजली और पानी देने का AAP का वादा, चुनावी मैदान में नए मुद्दे की गूंज

Delhi Election 2025: दिल्ली में करीब 40% लोग किरायेदार हैं. ऐसे में यह वादा चुनाव में बड़ा बदलाव ला सकता है. किरायेदारों का कहना है कि अगर यह वादा सच में पूरा होता है, तो इससे उनका मासिक खर्च काफी कम हो जाएगा.

 

Delhi Election 2025: किरायेदारों को फ्री बिजली और पानी देने का AAP का वादा, चुनावी मैदान में नए मुद्दे की गूंज

Delhi Election 2025: दिल्ली में विधानसभा चुनाव 2025 के लिए सियासी सरगर्मी तेज है और पार्टियों के बड़े-बड़े वादे चर्चा का केंद्र बन चुके हैं. इस बार किरायेदारों को फ्री बिजली और पानी देने का मुद्दा खासा सुर्खियां बटोर रहा है. आम आदमी पार्टी (आप) ने यह वादा करते हुए साफ कर दिया है कि अगर उनकी सरकार दोबारा सत्ता में आती है, तो किरायेदारों को भी मुफ्त बिजली-पानी की सुविधा दी जाएगी.

योजना से पूर्वांचल समाज को मिलेगा बड़ा लाभ 
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा है कि उनकी सरकार ने पहले ही स्थायी निवासियों को मुफ्त बिजली और पानी की सुविधा देकर बड़ी राहत दी है. अब अगला कदम किरायेदारों को इस दायरे में लाने का है. दिल्ली में लाखों लोग किरायेदार के रूप में रहते हैं, जो अभी तक मुफ्त सुविधाओं का लाभ नहीं उठा पा रहे थे. केजरीवाल ने आगे कहा कि यह कदम सीधे तौर पर दिल्ली में रहने वाले मध्यम और निम्न वर्ग के किरायेदारों को लुभाने के लिए उठाया गया है. दिल्ली में पूर्वाचनल से लोग आते है,  उन्होंने कहा कि इस योजना से पूर्वांचल समाज को बड़ा लाभ मिलेगा.

बीजेपी और कांग्रेस ने किया विरोध
इस घोषणा पर विपक्षी दलों ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने इसे 'चुनावी स्टंट' करार दिया है. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि केजरीवाल सरकार केवल वादे करना जानती है, लेकिन इन वादों को पूरा करने का कोई ठोस खाका पेश नहीं करती. फ्री सुविधाओं की इस राजनीति से दिल्ली के आर्थिक संसाधन खत्म हो रहे हैं. वहीं, कांग्रेस ने भी आप सरकार की नीतियों पर सवाल खड़े किए हैं. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि दिल्ली को मुफ्त सेवाओं के झांसे में डालने के बजाय युवाओं के रोजगार और महिला सुरक्षा पर ध्यान देना चाहिए. यह वादा केवल चुनावी माहौल बनाने के लिए किया गया है.

किरायेदारों के लिए बड़ा मुद्दा
दिल्ली में लगभग 40% आबादी किरायेदारों के रूप में रहती है. ऐसे में यह घोषणा चुनाव का गेम-चेंजर साबित हो सकती है. किरायेदारों का कहना है कि अगर यह वादा सच में लागू होता है, तो इससे उनके मासिक खर्च में काफी कमी आएगी.

क्या बदलेगी दिल्ली की राजनीति?
दिल्ली चुनाव 2025 में यह मुद्दा किस हद तक असर डालेगा, यह तो 5 फरवरी को होने वाले मतदान के नतीजों के बाद ही पता चलेगा, लेकिन एक बात साफ है कि किरायेदारों को फ्री बिजली-पानी का वादा चुनावी समीकरणों को प्रभावित कर सकता है. 8 फरवरी को जब नतीजे आएंगे, तब यह तय होगा कि केजरीवाल की यह नई रणनीति कितनी सफल रही.

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