BJP Star Campaigner Yogi Adityanath: आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने योगी आदित्यनाथ के प्रचार अभियान पर सवाल उठाते हुए तंज कसा है. उन्होंने उनसे यह भी पूछा कि योगी आदित्यनाथ अपनी संपत्ति में 11,000 प्रतिशत की बढ़ोतरी का जवाब कब देंगे.
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नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 का माहौल जैसे-जैसे गर्म हो रहा है, राजनीतिक गलियारों में आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला तेज हो गया है. इस बार चुनाव प्रचार में एक नया मोड़ तब आया जब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिल्ली में बीजेपी के स्टार प्रचारक के तौर पर उतरने का ऐलान किया. 23 जनवरी से योगी आदित्यनाथ अपनी जनसभाओं और रैलियों के जरिए बीजेपी के पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश करेंगे. घोंडा, शाहदरा, किराड़ी, द्वारका, बिजवासन, पालम, पटपड़गंज और राजेंद्र नगर जैसे क्षेत्रों में उनकी रैलियां आयोजित की जाएंगी.
योगी का दिल्ली में उतरना बीजेपी की नई रणनीति
योगी आदित्यनाथ का दिल्ली चुनाव में प्रचार अभियान की कमान संभालना बीजेपी की एक सोची-समझी रणनीति का हिस्सा है. पार्टी का मानना है कि योगी आदित्यनाथ की हिंदुत्व और सख्त शासन वाली छवि दिल्ली के मतदाताओं को प्रभावित कर सकती है. बीजेपी इन चुनावों में विकास और कानून-व्यवस्था के साथ-साथ राष्ट्रवाद और हिंदुत्व को मुख्य मुद्दा बना रही है. योगी आदित्यनाथ का यह कदम न केवल बीजेपी के समर्थकों को मजबूत करने की कोशिश है, बल्कि आम आदमी पार्टी (AAP) के गढ़ों में सेंध लगाने की एक बड़ी योजना भी है. खासतौर पर उन क्षेत्रों में जहां बीजेपी पिछले चुनावों में कमजोर रही है, योगी की लोकप्रियता का फायदा उठाने की कोशिश की जाएगी.
AAP का हमला, 'योगी आदित्यनाथ को अपने सवालों का जवाब देना चाहिए
आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने योगी पर हमला बोलते हुए कहा कि वह अपनी रैलियों में केवल 'विभाजनकारी राजनीति' का प्रचार करते हैं. उन्होंने तंज कसते हुए पूछा कि योगी आदित्यनाथ 11,000 प्रतिशत संपत्ति वृद्धि के सवाल का जवाब क्यों नहीं देते? भारद्वाज ने यह भी आरोप लगाया कि बीजेपी की रैलियों में अब जनता की रुचि कम हो रही है और वे खाली कुर्सियों के साथ हो रही हैं.
दिल्ली चुनाव में मुद्दों की लड़ाई या प्रचार की जंग?
दिल्ली चुनाव इस बार केवल वोटों की लड़ाई नहीं है, बल्कि मुद्दों और छवि की जंग बन चुकी है. AAP जहां शिक्षा, स्वास्थ्य और महिला सुरक्षा को चुनावी मुद्दा बना रही है, वहीं बीजेपी राष्ट्रीय और धार्मिक एजेंडा लेकर मैदान में उतरी है. योगी आदित्यनाथ की एंट्री से यह चुनाव और रोचक हो गया है. अब देखना यह होगा कि क्या योगी आदित्यनाथ का प्रचार अभियान बीजेपी के लिए गेमचेंजर साबित होगा या AAP की रणनीति उनके प्रभाव को कुंद कर देगी. चुनावी नतीजे इस बार न केवल दिल्ली की राजनीति को प्रभावित करेंगे, बल्कि राष्ट्रीय राजनीति पर भी इसका असर पड़ेगा.
चुनाव को सांप्रदायिक रंग दे रही भाजपा
इसके अलावा कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला ने योगी आदित्यनाथ के दिल्ली चुनाव प्रचार पर टिप्पणी करते हुए कहा कि बीजेपी को अपनी हार का डर है, इसलिए वह चुनाव को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश कर रही है.
इनपुट- संतोष कुमार
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