Delhi Election 2025: संजय सिंह ने कहा कि भाजपा ने कई राज्यों में सरकार बनाई और बड़े-बड़े वादे किए. इनमें हर भारतीय के खाते में 15 लाख रुपये डालने, हर साल 2 करोड़ नौकरियां देने, झुग्गियों में रहने वालों को पक्के मकान देने, पेट्रोल को 50 रुपये प्रति लीटर पर बेचने और रुपये को डॉलर के मुकाबले मजबूत करने जैसे वादे शामिल थे.
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Delhi Assembly Election: दिल्ली चुनावों के करीब आते ही आम आदमी पार्टी (आप) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है. सोमवार को आप ने एक अनोखी रणनीति अपनाते हुए 'भाजपा की उपलब्धियां' नामक एक खाली किताब का अनावरण किया. इस किताब के जरिए आप ने भाजपा पर अपने चुनावी वादों को पूरा करने में नाकाम रहने का आरोप लगाया.
किताब के खाली पन्ने दिखाते हुए भाजपा पर तंज कसा
आप के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने इस किताब को लॉन्च करते हुए भाजपा की केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि भाजपा ने 2014 में सत्ता में आने के बाद बड़े-बड़े वादे किए थे. चाहे वह हर भारतीय के खाते में 15 लाख रुपये जमा करने की बात हो, हर साल 2 करोड़ नौकरियां देने का वादा हो या फिर रुपये को डॉलर के मुकाबले मजबूत करने की उम्मीद हो, भाजपा इन सभी वादों पर खरी नहीं उतरी. संजय सिंह के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आप नेता पर 'भ्रामक जानकारी फैलाने' और 'राजनीतिक साजिशों' में शामिल होने का आरोप लगाया. संजय सिंह ने कहा कि आप की किताब भाजपा की 'उपलब्धियों' का ब्योरा पेश करती है और उन्होंने किताब के खाली पन्ने दिखाते हुए भाजपा पर तंज कसा.
आप नेता का आरोप वादों के सहारे चल रही भाजपा
संजय सिंह ने कहा कि 1925 में आरएसएस की स्थापना हुई, 1952 में जनसंघ बना और 1980 में भाजपा का गठन हुआ. तब से भाजपा ने कई राज्यों में सरकार बनाई और तमाम वादे किए, लेकिन लोगों के बैंक खातों में 15 लाख रुपये डालने, हर साल 2 करोड़ नौकरियां देने, झुग्गियों में रहने वालों को पक्के मकान उपलब्ध कराने, पेट्रोल को 50 रुपये प्रति लीटर पर बेचने और रुपये को डॉलर के मुकाबले मजबूत करने जैसे वादे पूरे नहीं किए. उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली के लोगों से कई वादे किए, लेकिन भाजपा ने उन वादों को पूरा करने का कोई हिसाब नहीं दिया. आज आप पार्टी पूरे देश के सामने उनका लेखा-जोखा पेश कर रही है. इस किताब में केंद्र सरकार के अधूरे वादों का उल्लेख किया गया है, जिनमें दिल्ली की अनधिकृत कॉलोनियों का नियमितीकरण, किसानों की आय दोगुना करने की योजना और पेट्रोल-डीजल की कीमतों को नियंत्रित करने जैसे मुद्दे शामिल हैं. संजय सिंह ने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा कि भाजपा की उपलब्धियों पर आधारित यह किताब लोगों के सामने पार्टी की हकीकत उजागर करती है.
संजय पर भाजपा का पलटवार
आप के इस कदम पर भाजपा ने तुरंत पलटवार किया. दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने इसे 'राजनीतिक ड्रामा' करार दिया और कहा कि आप सरकार झूठे आरोप लगाने और जनता को गुमराह करने में माहिर है. अगर संजय सिंह और केजरीवाल सरकार दिल्ली में मोदी सरकार द्वारा किए गए विकास कार्यों पर ध्यान देते, तो उन्हें हकीकत का अंदाजा होता. सचदेवा ने भाजपा के प्रमुख विकास कार्यों की सूची गिनाते हुए कहा कि द्वारका एक्सप्रेसवे, मेरठ एक्सप्रेसवे, प्रगति मैदान टनल और यूआर2 जैसी परियोजनाएं दिल्ली में यात्रा को सुगम बना रही हैं और वायु प्रदूषण को कम करने में मदद कर रही हैं. उन्होंने कहा कि जब केजरीवाल अपने शीशमहल को सजाने में व्यस्त थे, तब प्रधानमंत्री मोदी भारत मंडपम और यशोभूमि जैसी परियोजनाओं का निर्माण कर रहे थे. भाजपा ने यह भी दावा किया कि मोदी सरकार ने दिल्ली के परिवहन को मजबूत करने के लिए 1,300 से अधिक इलेक्ट्रिक बसें मुहैया कराई हैं, जबकि आप सरकार पिछले दस वर्षों में डीटीसी के लिए एक भी नई बस खरीदने में असफल रही.
BJP की उपलब्धियां बताने वाली इस किताब में क्या-क्या लिखा गया है, सांसद @SanjayAzadSln जी ने विस्तार से बताया pic.twitter.com/s7tmiKMhPG
— AAP (@AamAadmiParty) January 20, 2025
राजनीतिक संदेश और जनता की प्रतिक्रिया
इस राजनीतिक खींचतान के बीच दोनों पार्टियों का उद्देश्य जनता को अपनी ओर आकर्षित करना है. जहां आप भाजपा पर वादाखिलाफी और महंगाई जैसे मुद्दों को लेकर निशाना साध रही है, वहीं भाजपा दिल्ली के विकास और बुनियादी ढांचे को सुधारने के अपने प्रयासों को उजागर कर रही है. आप नेता मनीष सिसोदिया ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) पर लिखा कि भाजपा की उपलब्धियों पर आधारित इस किताब को लॉन्च करना जरूरी था. यह जनता को यह दिखाने का प्रयास है कि भाजपा ने कितने झूठे वादे किए हैं. इस बीच, भाजपा ने आप को विकास विरोधी करार दिया और दावा किया कि उनकी सरकार ने देशभर में सड़कों, मेट्रो परियोजनाओं और वाणिज्यिक केंद्रों का निर्माण करके भारत को विकास की नई ऊंचाईयों पर पहुंचाया है. आने वाले दिनों में इस राजनीतिक तकरार का क्या असर पड़ेगा, यह देखना दिलचस्प होगा. चुनावों में जनता किसे समर्थन देती है, यह तय करेगा कि इन आरोप-प्रत्यारोपों का जनता पर कितना प्रभाव पड़ा.
इनपुट- पीटीआई