Haryana BJP Lok Sabha Election Result Analysis: हरियाणा लोकसभा चुनाव में इस बार BJP को भारी नुकसान हुआ है. 2019 के चुनाव में सभी 10 लोकसभा सीटें जीतने वाली भारतीय जनता पार्टी महज 5 सीटों पर सिमट कर रह गई. वहीं कांग्रेस ने दमदार वापसी करते हुए 5 सीटों पर जीत हासिल की है. इस बार BJP के वोट शेयर में करीब 11% की कमी आई है. वहीं 2019 में कांग्रेस को सिर्फ 28.42% वोट शेयर मिला था, जिसमें इस बार इजाफा हुआ है. इस चुनाव में कांग्रेस को 43.73% वोट शेयर मिले. हरियाणा में BJP की हार की हार की ये 5 प्रमुख वजहें रहीं.
हरियाणा के लोकसभा चुनाव में किसान फैक्टर काफी अहम रहा. MSP सहित कई अन्य मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसानों को तवज्जो नहीं देने की वजह से हरियाणा के किसान मौजूदा सरकार से नाराज नजर आए. कुछ किसानों ने तो खुलेआम BJP के विरोध में वोटिंग करने का ऐलान किया था. किसानों की नाराजगी का खामियाजा BJP को उठाना पड़ा और हरियाणा की 5 सीटों पर कांग्रेस ने जीत हासिल की.
बीते दिनों हरियाणी की राजनीति में उठापटक देखने को मिली. BJP ने 2 बार के CM रहे मनोहर लाल को चुनाव से ठीक पहले बदल दिया. मनोहर लाल की जगह नायब सैनी को हरियाणा का CM बनाया गया. BJP का ये बदलाव 'पैर में कुल्हाड़ी' मारने जैसा साबित हुआ, जिसकी वजह से उसे हार का सामना करना पड़ा.
हरियाणा में रोजगार सबसे अहम मुद्दा रहा है. हरियाणा की मौजूदा BJP सरकार युवाओं को रोजगार देने में विफल साबित हुई, जिसकी वजह से युवाओं का सरकार के प्रति विश्वास कम हुआ.
हरियाणा BJP कांग्रेस को गुटबाजी के मुद्दे पर घेरती रही है, लेकिन वो खुद भी भितरघात से बच नहीं पाई. हरियाणा BJP को कई सीटों में भितरघात की वजह से नुकसान उठाना पड़ा.
हरियाणा की महिला पहलवानों द्वारा बृजभूषण पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया गया था. पहलवानों ने बृजभूषण को पद से हटाने के लिए लंबे समय तक आंदोलन भी किया. हालांकि, इस दौरान भी BJP ने पहलवानों का ज्यादा साथ नहीं दिया. वहीं यूपी के कैसरगंज से बृजभूषण के बेटे करण भूषण को टिकट दिया गया, जिसकी वजह से भी हरियाणा के लोगों में मौजूदा सरकार के प्रति नाराजगी देखने को मिली.