lok sabha election 2024: मोदी का जादू एक बार कहीं ना कहीं फिर लोगों के सर चढ़ने लगा है. राम मंदिर, धारा-370, तीन तलाक जैसे निर्णय बीजेपी सरकार ने जो लिए हैं उसको लेकर भी लोगों में काफी सकारात्मक पहलू पार्टी की तरफ नजर आती है.
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lok sabha election 2024: गुरुग्राम लोकसभा क्षेत्र में 20 लाख से ज्यादा मतदाता है. गुरुग्राम लोकसभा में रेवाड़ी, गुरुग्राम और नूह जिलों की कुल 9 विधानसभा सीट आती है. गुरुग्राम लोकसभा की बात की जाए तो लगभग 11 लाख से ज्यादा मतदाता पुरुष है और 10 लाख से ज्यादा मतदाता महिलाएं हैं. गुरुग्राम लोकसभा से इस बार बीजेपी ने अपने नेता राव इंद्रजीत सिंह पर एक बार फिर विश्वास जताया है... राव इंद्रजीत सिंह ने 2014 और 2019 में बीजेपी की टिकट पर ही जीत हासिल की थी.
2014 में कांग्रेस को अलविदा कहकर रविंदरजीत सिंह ने बीजेपी ज्वाइन की थी. गुरुग्राम लोकसभा अहीर बाहुल्य क्षेत्र है और यही कारण है कि राव इंद्रजीत सिंह का इस सीट पर न केवल दबदबा है, बल्कि राव इस सीट पर मजबूती के साथ जीत की ताल टोक रहे हैं. कांग्रेस की तरफ से अभी कोई भी अपना प्रत्याशी गुरुग्राम लोकसभा से मैदान में नहीं उतरा है. गुरुग्राम जिला हरियाणा का सबसे विकसित जिला है और औद्योगिक नगरी के रूप में भी जाना जाता है.
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यही कारण है कि हरियाणा की आर्थिक राजधानी के रूप में गुरुग्राम को संबोधित भी किया जाता है. रेवाड़ी जिला राव इंद्रजीत सिंह का गढ़ है तो वहीं, नूह मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र होने के बावजूद भी राव इंद्रजीत सिंह यहां से अच्छी खासी वोट ले जाते है. फिलहाल, गुरुग्राम के लोगों की यही राय है कि गुरुग्राम में जिस तरह से विकास को गति मिली है उसी को ध्यान में रखते हुए बीजेपी की तरफ उनका रुझान है.
लेकिन, दूसरी तरफ एक तस्वीर देखी जाए तो लोगों का यह भी कहना है कि पानी, बिजली, पानी की निकासी एक बड़ी समस्या है, जिससे लोगों को दो-चार होना पड़ता है. फिलहाल, लोगों की राय जिस तरह से मिल रही है उसे यह तो साफ है कि मोदी का जादू एक बार कहीं ना कहीं फिर लोगों के सर चढ़ने लगा है. राम मंदिर, धारा-370, तीन तलाक जैसे निर्णय बीजेपी सरकार ने जो लिए हैं उसको लेकर भी लोगों में काफी सकारात्मक पहलू पार्टी की तरफ नजर आती है.
लेकिन, फिलहाल लोगों की नजर अब कांग्रेस के प्रत्याशी पर भी रहेगी कि आखिरकार कांग्रेस किस उम्मीदवार को चुनावी मैदान में उतारती है.
(इनपुटः देवेंद्र भारद्वाज)