कुरुक्षेत्र जेल से तीन कैदी फरार होने के बाद मंत्री रणजीत चौटाला बोले-आतंकी नहीं थे
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कुरुक्षेत्र जेल से तीन कैदी फरार होने के बाद मंत्री रणजीत चौटाला बोले-आतंकी नहीं थे

जिला जेल से फरार होने के बाद रणजीत सिंह ने जो बयान दिया, उसे सुनकर सवाल उठता है कि हरियाणा में फिर हार्डकोर क्रिमिनल है कौन? इससे पहले हाईकोर्ट में राम रहीम का बचाव करते हुए हरियाणा सरकार ने कुछ इसी तरह का बयान दिया था. 

पकड़ा गया जेल से फरार कैदी.

कुरुक्षेत्र: जिला जेल से मेंटेनेंस लेबर की आड़ में फरार हुए 3 कैदियों में से रोहित पाल को पुलिस ने धर दबोचा है. वहीं दो अन्य आरोपियों-रजत व साबिर अली की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की 5 टीमें दबिश दे रही हैं. निरीक्षक प्रतीक कुमार ने बताया कि कुरुक्षेत्र जेल से तीन अपराधी साबर अली, रजत और रोहित पाल सुरक्षा व्यवस्था को चकमा देकर निकल गए थे जिनमें से रोहित पाल को काबू कर लिया गया है. 

रोहित के खिलाफ थानेसर शहर थाना में मामला दर्ज है, वहीं रजत और साबर अली पर शाहबाद थाने में क्रमशः एक व तीन मामले दर्ज हैं. तीनों जेल में चल रहे मेंटेनेंस के लेबर की आड़ में फरार हो गए हैं. इसके बाद आईजी जेल जगजीत सिंह ने जिला जेल का निरीक्षण किया और पत्रकारों को बताया कि जिला जेल कुरुक्षेत्र में मेंटेनेंस का कार्य चल रहा था. इसी दौरान मौके का फायदा उठाकर तीनों फरार हो गए. तीनों नशेड़ी किस्म के युवक हैं. उन्होंने दावा किया कि जल्द ही तीनों को पकड़ लिया जाएगा. साथ ही उन्होंने सैद्धान्तिक तौर पर माना कि जेल स्टाफ की कमी की वजह से ऐसा हुआ. 

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जेल मंत्री बोले-कोई आतंकी नहीं थे
इस मुद्दे पर जब हरियाणा के जेल मंत्री रणजीत सिंह चौटाला से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि वो नए लड़के आए थे. उनकी कोई पहचान नहीं थी. कोई हार्डकोर क्रिमिनल या आतंकी नहीं थे. लेबर में मिक्स होकर चले गए. जब 40-40 लेबर काम करते हैं तो उसमें मिक्स होकर चले गए. हालांकि उन्होंने कहा कि जेल से कोई इस तरह नहीं निकलना चाहिए. 

राम रहीम का किया था बचाव 
आपको याद हो कि इससे पहले रेप और हत्या के मामले में दोषी डेरा सच्चा डेरा गुरमीत राम रहीम सिंह की पैरोल के खिलाफ हाईकोर्ट में जब याचिका दायर की गई थी. इस पर अपने जवाब में हरियाणा सरकार ने कहा था कि राम रहीम सिंह हार्डकोर क्रिमिनल नहीं है और हत्या के दो अलग-अलग मामलों में उसकी सजा को सीरियल किलिंग नहीं कहा जा सकता. सरकार ने कहा था कि गुरमीत हमलावर नहीं था और उसने दोनों हत्याओं को अंजाम नहीं दिया था। 

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