Haryana Stubble Burning 2023: पराली जलाने वालों के खिलाफ बड़ा एक्शन, अधिकारियों और कर्मचारियों को भी नोटिस जारी
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Haryana Stubble Burning 2023: पराली जलाने वालों के खिलाफ बड़ा एक्शन, अधिकारियों और कर्मचारियों को भी नोटिस जारी

Haryana Stubble Burning 2023: धान की पराली को जलने से रोकने के लिए शासन और प्रशासन अब कड़े रूख अख्तियार करता नजर आ रहा है. पराली जलाने वाले किसानों को जुर्माना करने के बाद अब अधिकारियों और कर्मचारियों पर भी बड़ा एक्शन फतेहाबाद प्रशासन द्वारा लिया गया है, जिनके खिलाफ नोटिस जारी किया गया हैं.

Haryana Stubble Burning 2023: पराली जलाने वालों के खिलाफ बड़ा एक्शन, अधिकारियों और कर्मचारियों को भी नोटिस जारी

Haryana Stubble Burning 2023: पराली फसली अवशेष जलाने पर जिला प्रशासन का बड़ा एक्शन, कृषि विभाग के एसडीओ, पटवारी और ग्राम सचिव सहित 10 लोगों को नोटिस जारी, प्रशासन द्वारा नोटिस जारी कर मांगा गया है स्पष्टीकरण, गांवों में पराली की घटनाओं पर रोक लगाने और उन नजर रखने के लिए बनाई गई हैं. निगरानी कमेटियों को जारी किए गए हैं नोटिस, गांव अमानी और समैन के पटवारी और ग्राम सचिव, टोहाना उपमंडल के एसडीओ, कृषि पर्यवेक्षक सहित अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों को किया गया नोटिस जारी, टोहाना और जाखल इलाके में ही पराली जलाने के मामले सबसे अधिक सामने आ रहे हैं.

धान की पराली को जलने से रोकने के लिए शासन और प्रशासन अब कड़े रूख अख्तियार करता नजर आ रहा है. पराली जलाने वाले किसानों को जुर्माना करने के बाद अब अधिकारियों और कर्मचारियों पर भी बड़ा एक्शन फतेहाबाद प्रशासन द्वारा लिया गया है. ग्राम स्तरीय और उपमंडल स्तरीय निगरानी टीमों से जुड़े कृषि विभाग के एक एसडीओ सहित 10 अधिकारियों और कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया है, जिन्हें नोटिस जारी किए गए हैं.

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उनमें गांव अमानी और गांव समैण के ग्राम सचिव, पटवारी, कृषि विभाग टोहाना के एसडीओ, कृषि विभाग के ही एक पर्यवेक्षक सहित कुछ अन्य कर्मी शामिल हैं। नोटिस में कहा गया है कि ग्राम स्तर की जो निगरानी टीमों का गठन किया गया है. उनके उद्देश्य गांवों में जलने वाली पराली पर अंकुश लगाने, किसानों को पराली जलाने से रोकने के लिए पेरित करने तथा आगजनी की घटनाओं पर नजर रखना है. मगर बावजूद इसके टोहाना और जाखल इलाकों में आगजनी की घटनाएं देखी जा रही हैं, जिससे साफ है कि यह टीमें अपना काम ठीक से नहीं कर रही है.

प्रशासन द्वारा निगरानी टीमों से जुड़े इन अधिकारियों, कर्मचारियों को नोटिस के माध्यम से आज 13 अक्टूबर तक अपना स्पष्टीकरण दाखिल करना है. बतां दे कि फतेहाबाद में पराली जलाने के मामलों में लगातार इजाफा देखा जा रहा है, जिले में पराली जलाए जाने के अब तक 47 मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें से 22 लोगों को 55 हजार का जुर्माना भी किया जा चुका है. इनमें से अधिकांश मामले टोहाना और जाखल से जुड़े हैं. वहीं आज फतेहाबाद का एक्यूआई लेवल भी उच्चतम स्तर पर रहा, आज फतेहाबाद में एक्यूआई का अधिकतम लेवल 350 क्रॉस कर गया.

(इनपुटः अजय मेहता)