Haryana News: पंचकूला में किसानों के लिए वरदान साबित हो रही आलू की खेती, मिल रहा मुनाफा
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Haryana News: पंचकूला में किसानों के लिए वरदान साबित हो रही आलू की खेती, मिल रहा मुनाफा

Haryana News:  मोरनी क्षेत्र में आलू की खेती के लिए उपयुक्त समय जून से लेकर दिसम्बर के अंत तक चलता है. इसी से जागरूक होकर मोरनी के गांव शेरला निवासी नरेंद्र कौशिक युवक ने आलू की खेती शुरू की है, जिसमें उन्हे अच्छा मुनाफा मिल रहा है.

 Haryana News: पंचकूला में किसानों के लिए वरदान साबित हो रही आलू की खेती, मिल रहा मुनाफा

Haryana News: पंचकुला जिले के मोरनी क्षेत्र के किसानों के लिए आलू की खेती वरदान साबित हो रही है. यहां के अधिकतर बेरोजगार युवा सरकार से अनुदान प्राप्त कर आलू की खेती मे अपना भाग्य चमका रहे हैं. मोरनी क्षेत्र के किसानों के लिए सबसे ज्यादा मुनाफा इस खेती से प्राप्त हो रहा है. क्योंकि यहां पहले किसान परंपरागत खेती ही करते थे, जिसमें मक्का, गेंहू, सरसो, तिल, टमाटर के अलावा अन्य नगदी फसले उगाते थे मगर जंगली जानवरों के डर के कारण अधितर किसानों से इन फसलों को उगाना बंद कर आलू की खेती पर ज्यादा ध्यान दिया, जिसके लिए हरियाणा सरकार भी अनुदान देकर किसानों के हौसले बुलंद कर रही है.

आलू की पौधे लगाने के लिए किसान को 1 रुपये का भी खर्च नहीं करना पड़ता है. सारा खर्च सरकार द्वारा दिया जाता है किसान अपनी जमीन पर आलू की पौध लगता है जिसको सरकार द्वारा दिया जाता है. आपको बता दें कि इस खेती में कुछ महीने लगते हैं और आलू के पौधे तैयार हो जाते हैं. छोटी सी जमीन पर किसान इस खेती को करता है और इसकी कीमत किसान को अच्छी-खासी मिल जाती है. जैसे की ₹1 लाख आलू की पौध अगर किसान उगता है तो उसे 2 रुपये के हिसाब से दिया जाता है, जिसका तकरीबन ₹200000 बन जाता है किसान इस खेती को बहुत ही खुशी से कर रहे हैं और हरियाणा सरकार का धन्यवाद भी कर रहे हैं.

मोरनी क्षेत्र में आलू की खेती के लिए उपयुक्त समय जून से लेकर दिसम्बर के अंत तक चलता है. इसी से जागरूक होकर मोरनी के गांव शेरला निवासी नरेंद्र कौशिक युवक ने आलू की खेती शुरू की है, जिसमें उन्हे अच्छा मुनाफा मिल रहा है. मोरनी में आलू की खेती के लिए उपयुक्त वातावरण है और इस कार्य को करने के लिए ज्यादा जमीन की जरूरत नहीं होती है और किसान इसको छोटे से कमरे से भी शुरू कर सकते हैं.

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इसके बाद सरकार से अनुदान लेकर बड़ा व्यवसाए भी शुरू कर सकते हैं. हरियाणा सरकार ओर इंटरनेशनल पोटैटो सेंटर की तरफ से किसानों को फ्री ऑफ कॉस्ट आलू की पौध तैयार करने के लिए बीज उपलब्ध करवाए जा रहे हैं, जिसमे किसानों का एक भी रुपया खर्च नहीं आता है. बिना खर्चे के काफी आमदनी किसानों को पराप्त होती है. मोरनी के काफी किसान आलू की खेती कर काफी मुनाफा कमा रहे हैं. हरियाणा सरकार किसानों के लिए काफी योजनाएं लेकर आ रही है, जिससे किसानों को काफी लाभ मिल रहा है. किसानों को सरकार द्वारा सब्सिडी भी दी जा रही है, जिससे किसानों को काफी सहूलित मिल जाती है और किसान अपना छोटा उद्योग शुरू हो जाता है और लोगों को रोजगार मिल जाता है.

INPUT- Kulwant Singh