दुनियाभर में परंपरागत कुश्ती शैली को बढ़ावा देने के लिए बड़ी पहल की गई है, जिसके तहत दुनियाभर के 189 देशों में इंडियन स्टाइल कुश्ती खेली जाएगी. कुश्ती दुनिया का सबसे पुराना खेल है. यह महाभारत काल में मल्लयुद्ध के रूप में जाना चाहता था.
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झज्जरः मिट्टी की कुश्ती के खेल और खिलाड़ियों के लिए अच्छी खबर सामने आई है. वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ इंडियन स्टाइल रेसलिंग और यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग एसोसिएशन के बीच एक करार हुआ है, जिसके तहत है यू डब्ल्यू डब्ल्यू दुनियाभर में परंपरागत कुश्ती शैली को बढ़ावा देगा. यानी अब दुनियाभर के 189 देशों में इंडियन स्टाइल कुश्ती खेली जाएगी. यह जानकारी इंडियन स्टाइल रेसलिंग एसोसिएशन की राष्ट्रीय अध्यक्ष नफे सिंह राठी ने दी.
नफे सिंह राठी बहादुरगढ़ में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने बताया कि हाल ही में हैदराबाद में हिंद केसरी टाइटल और वेट कैटेगरी की नेशनल चैंपियनशिप इंडियन स्टाइल रेसलिंग एसोसिएशन की ओर से करवाई गई थी. जहां यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग एसोसिएशन की अध्यक्ष और ब्यूरो सदस्य रोडिका याक्सी और इंडियन स्टाइल रेसलिंग एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष होने के नाते नफे सिंह राठी ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं. यू डब्लू डब्लू दुनियाभर में परंपरागत कृषि शैली का एक हिस्सा है.
उन्होंने आगे कहा कि वे दुनियाभर में होने वाली इंडियन स्टाइल रेसलिंग को बढ़ावा देंगे. अब मिट्टी में खेली जाने वाली इंडियन स्टाइल रेसलिंग दुनियाभर के 189 देशों में खेली जाएगी. नफे सिंह राठी का कहना है कि कुश्ती दुनिया का सबसे पुराना खेल है. यह महाभारत काल में मल्लयुद्ध के रूप में जाना चाहता था. वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ इंडियन स्टाइल रेसलिंग 1958 से लगातार खुशियों का आयोजन करवा रहा है. हिन्द केसरी, हिन्द कुमार, भारत केसरी और भारत कुमार टाइटल भी इसी एसोसिएशन की देन हैं.
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नफे सिंह राठी ने कुश्ती के खेल को कॉमनवेल्थ खेलों से बाहर किए जाने की भी निंदा की. सरकार को कुश्ती के खेल को कॉमनवेल्थ गेम्स में शामिल करवाने के लिए प्रयास करने चाहिए. इतना ही नहीं महिला खिलाड़ियों द्वारा भारतीय कुश्ती संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष ब्रिज भूषण शरण सिंह पर लगे यौन शोषण के आरोपों पर भी नफे सिंह राठी ने अपना बयान दिया. गंभीर आरोप लगने के बाद बृजभूषण शरण सिंह को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए था.
उन्होंने आगे कहा कि बृजभूषण शरण का यह अड़ियल रवैया ठीक नहीं है. राठी का यह भी कहना है कि वे खिलाड़ियों के प्रदर्शन के वक्त यहां मौजूद नहीं थे. नहीं तो वे धरना स्थल पर भी जाते और खिलाड़ियों को अपना समर्थन भी देते. आपको बता दें कि वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ इंडियन स्टाइल रेसलिंग और यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग के बीच हुए इस करार से भारत में मिट्टी की कुश्ती आयोजित करवाने का जिम्मा भी भारतीय कुश्ती संघ से छिन गया है. विवादों में घिरे भारतीय कुश्ती संघ को यह एक और बड़ा झटका है.