Gurugram News: जल्द ही द्वारका-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे बनने जा रहा है. यह देश का पहला एलिवेटेड अर्बन एक्सप्रेसवे होगा. इसको बनाने में 9000 करोड़ रुपये की लागत आएगी.
Trending Photos
Gurugram News: देश के पहले एलिवेटेड अर्बन एक्सप्रेसवे यानी द्वारका एक्सप्रेसवे की सौगात जल्द ही गुरुग्रामवासियों को मिलने जा रही है. गुरुग्राम द्वारका एक्सप्रेसवे का 99 फीसदी काम पूरा हो चुका है और माना जा रहा है कि जुलाई में इस एक्सप्रेसवे को आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा.
पूरे देशभर में लगातार एक्सप्रेस वे का जाल बिछाया जा रहा है. इसी कड़ी में दिल्ली-एनसीआर सहित गुरुग्राम के चारों तरफ लगातार हाईवे का झाल बिछाया जा रहा है और अब जल्द ही गुरुग्राम को देश का पहला एलिवेटेड अर्बन एक्सप्रेसवे की सौगात भी मिलने वाली है.
ये भी पढ़ें: Palwal Farmer News: किसानों के खेतों की मिट्टी के लिए सैंपल, सॉइल हेल्थ कार्ड से मिलेगा ये फायदा
हम बात कर रहे हैं गुरुग्राम द्वारका एक्सप्रेसवे की जो कि कुल 29 किलोमीटर का है. इसका 18.9 किलोमीटर का हिस्सा हरियाणा यानी गुरुग्राम में आता है और अब यह हिस्सा पूरी तरह से बनकर तैयार हो चुका है. इस एक्सप्रेस वे का करीब 99 फीसदी हिस्से का काम पूरा हो चुका है. अब इस फेस को जल्द खोलने की उम्मीद है. माना जा रहा है कि जुलाई महीने में गुरुग्राम वासियों के लिए द्वारका एक्सप्रेसवे की नई सौगात मिलने जा रही है. खुद गुरुग्राम के डीसी और नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अधिकारियों ने भी देश के पहले अर्बन एलिवेटेड एक्सप्रेसवे का दौरा कर इसे जल्द खोलने के लिए प्लान तैयार कर लिया है.
द्वारका एक्सप्रेसवे की बात की जाए तो इस एक्सप्रेसवे पर कुल 9000 करोड़ रुपये से ज्यादा की लागत आएगी. इसको चार हिस्सों में बांट कर तैयार किया गया है. दिल्ली में 10 किलोमीटर का हिस्सा आता है, जबकि 18 किलोमीटर का क्षेत्र हरियाणा में पड़ता है. हरियाणा का काम 99 फीसदी पूरा हो चुका है, जबकि दिल्ली का काम 93 फीसदी हो चुका है, अब ऐसे में माना जा रहा है कि हरियाणा के हिस्से को जुलाई में जनता के लिए खोल दिया जाएगा, जबकि 2024 से पहले ही दिल्ली का हिस्सा भी आम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा.
इस एक्सप्रेसवे की खासियत की बात करते तो ये देश का पहला एलिवेटेड अर्बन एक्सप्रेसवे है, जिसमें 20 लाख एमटी स्टील का इस्तेमाल किया गया है, जो कि एफिल टावर के निर्माण की तुलना में 30 गुना अधिक है. इसी तरह से इसके निर्माण में 20 लाख सीयूएम कंक्रीट का प्रयोग किया गया हैं जो कि बुर्ज खलीफा की तुलना में 6 गुना अधिक है. साथ ही इसके निर्माण के दौरान 12 हजार वृक्षों का ट्रांसप्लांट भी लगाया गया है, जो कि भारत में इतने बड़े स्तर पर पहली बार हुआ है. इस एक्सप्रेसवे पर यातायात की सुगमता और सुहावने सफर के लिए सुरक्षा के लिहाज से अगर बात करें तो एडवांस्ड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम, हाईटेक टोल मैनेजमेंट सिस्टम, सीसीटीवी कैमरा सर्विलांस आदि अत्याधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल भी किया गया है.
अगर गुरुग्राम की बात की जाए तो गुरुग्राम में खेड़की दौला टोल से लेकर बजघेडा चौक तक करीब 19 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे पूरी तरह से तैयार हो चुका है. बस अब इंतजार है तो इसके उद्घाटन का और फिर इस एक्सप्रेसवे पर भी वाहन फर्राटे भरते हुए नजर आएंगे. इस एक्सप्रेसवे की अगर खासियत की बात करें तो इसको 8 लेन का बनाया गया है. साथ ही साथ यातायात की सुगमता को देखते हुए इस एक्सप्रेसवे पर 3 सर्विस लाइन रोड बनाने का प्रावधान भी रखा गया है.
Input: Davender Bhardwaj