सरकारी जमीन छोड़ने के लिए पूर्व मंत्री सुखबीर कटारिया को नोटिस, 200 करोड़ की प्रॉपर्टी पर कर रखा है कब्जा
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सरकारी जमीन छोड़ने के लिए पूर्व मंत्री सुखबीर कटारिया को नोटिस, 200 करोड़ की प्रॉपर्टी पर कर रखा है कब्जा

NGT के आदेश पर अरावली श्रृंखला को अतिक्रमण से बचाने के लिए नगर परिषद सोहना ने शुक्रवार से सख्त अभियान शुरू कर दिया है. इस दौरान विभाग ने कार्रवाई करते हुए 7 फार्म हाउसों को ध्वस्त कर दिया.

सरकारी जमीन छोड़ने के लिए पूर्व मंत्री सुखबीर कटारिया को नोटिस, 200 करोड़ की प्रॉपर्टी पर कर रखा है कब्जा

Gurugram: गुरुग्राम में कल अरावली श्रृंखला में अवैध रूप से बने 7 फार्म हाउसों को ध्वस्त कर दिया गया. कल यानी शुक्रवार को नगर परिषद सोहना की टीम जेसीबी के साथ पहुंची, फिर जिस जगह उन्हें कार्रवाई करनी थी उसके आसपास सुरक्षा घेरा इतना मजबूत कर दिया गया था कि लोग नजदीक नहीं पहुंच सकें. इसके बाद विभाग की टीम ने फार्म हाउसों को तोड़ना शुरू कर दिया. विभाग की ये कार्रवाई देर शाम तक चली. वहीं पूर्व मंत्री सुखबीर कटारिया को भी जमीन खाली करने का नोटिस जारी किया गया है. DTP E-enforcement ने कब्जेधारियों को नोटिस जारी कर 15 दिन के अंदर कब्जा हटाने की मोहल्लत दी है.

बता दें कि एचएसवीपी (HSVP) ने बताया कि सेक्टर 17-18 डिवाइडिंग रोड पर पूर्व मंत्री समेत छह लोगों ने अरबों की प्रोपर्टी कब्जा रखी है. पूर्व मंत्री सुखबीर कटारिया के साथ कांग्रेस नेता कुलराज कटारिया ने भी सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा कर रखा है. 15 साल से भी अधिक समय से सरकारी जमीन को किराए पर देकर कांग्रेस नेता करोड़ों कमा रहे हैं. बता दें कि सुखबीर कटारिया ने 200 करोड़ से ज्यादा कीमत की सरकारी जमीन पर कब्जा कर रखा है.

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बता दें कि अरावली श्रृंखला को NCR की जीवनदायिनी कहा जाता है. वहीं इसे बचाने के लिए नगर परिषद सोहना ने शुक्रवार से सख्त अभियान शुरू कर दिया है. कल विभाग ने कार्रवाई कर 7 फार्म हाउसों को ध्वस्त कर दिया. वहीं हालात की स्थिति को देखते हुए काफी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किए गए. वहीं विभाग ने कार्रवाई शुरू करने से पहले सभी को निटिस थमा दिए थे, जिस वजह से लोगों ने ज्यादा विरोध नहीं किया. वहीं जिन्होंने थोड़ा बहुत किया भी उन्हें पुलिसकर्मियों ने समझाकर शांत कर दिया. 

मामले की जामकारी देते हुए परिषद के एक अधिकारी ने बताया कि इस कार्रवाई के दौरान फार्म हाउसों में बने कमरों, चारदीवारी, दरवाजों को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया गया. वहीं नोटिस मिलने के बाद कुछ फार्म हाउस के मालिकों ने कोर्ट का रुख किया, जिसके बाद उन्हें कोर्ट से स्टे मिल गया. वहीं उनके फार्म हाउसों को अभी नहीं तोड़ा गया है. वहीं बाकी के फार्म हाउसों को भी नोटिस दिया गया है, उन्हें भी पूरी तरह जल्द ही ध्वस्त किया जाएगा.

बता दें कि नगर परिषद की टीम ने मामले में 16 फार्म हाउसों को नोटिस दिए थे, लेकिन डेडलाइन होने के कारण सभी पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. उन पर जल्द ही कार्रवाई की जाएगी. बता दें कि अरावली शृंखला काफी तादाद में एनजीटी के आदेशों का उल्लंघन कर अवैध निर्माण के रूप में कई फार्म हाउस बने हैं, जिन पर NGT के आदेशों के बाद परिषद बड़े स्तर पर फार्म हाउसों को तोड़ने का काम कर रही है.