गौड़ सिटी-2 में तकरीबन आठ से दस ग्रुप का हाउसिंग सोसायटी हैं और साथ ही अंदर, बाहर मुख्य रोड पर बड़ी पार्किंग और मार्केट हैं. इसके सात ही पांच बड़े निजी स्कूल हैं. सुबह-शाम मार्केट में भी काफी लोग आते-जाते है. जिस कारण सुबह, दोपहर, शाम और रात के समय यहां भीषण जाम की समस्या रहती है.
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Greater Noida West: ग्रेटर नोएडा में जाम की समस्या से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा रहा है. वहीं जाम की समस्या से छुटकारा पाने के लिए लगातार कई तरीके अपनाए गए, लेकिन नाकामयाब रहे. वहीं इसी क्रम में ग्रेटर नोएडा वेस्ट के गौर सिटी के जाम को दूर करने का योजना पर भी काम किया जा रहा है. गौड़ सिटी-1 और गौड़ सिटी-2 के पास जाम की समस्या से निजात पाने के लिए ट्रैफिक पुलिस ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने भी प्रयास शुरू किए हैं.
सुबह शाम लगता है भीषण जाम
गौड़ सिटी-2 में तकरीबन आठ से दस ग्रुप का हाउसिंग सोसायटी हैं और साथ ही अंदर, बाहर मुख्य रोड पर बड़ी पार्किंग और मार्केट हैं. इसके सात ही पांच बड़े निजी स्कूल हैं. जिनका रास्ता भी अंदर से ही होकर निकलता है. एरिया की सोसायटियों में भी काफी परिवार पहले से ही रह रहे हैं. सुबह-शाम मार्केट में भी काफी लोग आते-जाते है. जिस कारण सुबह, दोपहर, शाम और रात के समय यहां भीषण जाम की समस्या रहती है.
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बनाया जा रहा है डायवर्सन का प्लान
मेन रोड तक जाने के लिए तकरीबन कम से कम 15 से 20 मिनट का समय पीक टाइम पर लगाता है. ऐसा ही कुछ हाल गौड़ सिटी-1 का है. यहां पर भी पार्किंग के कारण जाम की समस्या बनी रहती है. इसके लिए सोसायटियों के पास अवैध पार्किंग को रोका जाएगा. गौड़ सिटी-2 में नो पार्किंग जोन बनाकर उसका बोर्ड लगा दिया गया है. यहां डायवर्सन का भी प्लान है. इसके साथ ही ट्रैफिक पुलिस और अथॉरिटी इस एरिये को अतिक्रमण से मुक्त करेंगे.
नोएडा प्राधिकरण अंडरपास बनाने की दिशा में कर रहा है काम
डीसीपी ट्रैफिक यमुना प्रसाद ने कहा कि ग्रेटर वेस्ट में लोगों को जाम से निजात दिलाने के लिए नोएडा प्राधिकरण अंडरपास बनाने की दिशा में काम कर रही है. गौड़ सिटी-1 और गौड़ सिट-2 सहित अन्य जगहों पर बढ़ती आबादी को देखते हुए ट्रैफिक मैनेजमेंट को बेहतर करने की कोशिश की जारी है. वैसे तो जाम लगने के कई कारण है जिन्हें चिन्हित करने के लिए ट्रैफिक पुलिस, स्थानीय निवासी और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ पिछले दिनों बैठक भी हुई थी. इन मुद्दों पर खुलकर चर्चा भी की गई थी. जिनको ध्यान में रखते हुए काम किया जाएगा.