Greenfield Expressway: सीएम के वादे के बावजूद मोहना गांव के पास नहीं बना कट, धरने पर बैठे लोग
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Greenfield Expressway: सीएम के वादे के बावजूद मोहना गांव के पास नहीं बना कट, धरने पर बैठे लोग

Faridabad News:  ग्रामीणों का आरोप है कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पिछले 3 मई 2022 को पृथला के गांव पनहेड़ा खुर्द में घोषणा की थी कि मोहना गांव पर ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का उतार-चढ़ाव दिया जाएगा, लेकिन अब जब ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का काम चल रहा है तो उसका उतार-चढ़ाव मोहना गांव में देने की वजह यमुना के पार फरेंदा गांव में दिया जा रहा है.

Greenfield Expressway: सीएम के वादे के बावजूद मोहना गांव के पास नहीं बना कट, धरने पर बैठे लोग

Faridabad News: फरीदाबाद के पृथला के मोहना गांव पर ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे पर कट न दिए जाने को लेकर पिछले 15 तारीख से आसपास गांव के ग्रामीण धरने पर बैठे हैं. वहीं आठवें दिन भी लगातार ग्रामीणों का धरना बरकरार रहा. बता दें कि यहां फरीदाबाद से जेवर के नोएडा इंटरनैशनल एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी के लिए बन रहे ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे का काम चल रहा है, जहां गांव मोहना के निकट एंट्री-एग्जिट पॉइंट न दिए जाने को लेकर ग्रामीण धरने पर बैठे हैं. 

इस मामले को लेकर ग्रामीणों का आरोप है कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पिछले 3 मई 2022 को पृथला के गांव पनहेड़ा खुर्द में घोषणा की थी कि मोहना गांव पर ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का उतार-चढ़ाव दिया जाएगा, लेकिन अब जब ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का काम चल रहा है तो उसका उतार-चढ़ाव मोहना गांव में देने की वजह यमुना के पार फरेंदा गांव में दिया जा रहा है. जिसके चलते ग्रामीणों में खासा रोष सरकार के प्रति देखने को मिल रहा है.

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बता दें कि फरीदाबाद पृथला विधानसभा के मोहना गांव का है. जहां पर सिर्फ गांव मोहना ही नहीं बल्कि आसपास गांव के लोग भी गांव मोहना पर ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का कट ना दिए जाने के विरोध में धरने पर बैठे हैं. धरने को आज 8 दिन हो चुके हैं और ग्रामीणों में सरकार के प्रति रोष नजर आ रहा है. सीएम मनोहर लाल के खिलाफ ग्रामीण यह प्रदर्शन कर रहे हैं.

ग्रामीणों का आरोप है मुख्यमंत्री ने 3 मई 2022 को ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के उतार-चढ़ाव की घोषणा की थी. बावजूद इसके अब इस घोषणा पर कोई काम नहीं हो रहा है इसी के विरोध में सभी ग्रामीण धरने पर बैठे हैं और लगातार दिन प्रतिदिन यहां लोगों संख्या बढ़ती जा रही है. लोगों ने कहा कि अगर सरकार ने इस मामले पर ध्यान नहीं दिया तो आने वाले 2024 के लोकसभा विधानसभा चुनाव में सरकार को इसका जवाब भी दिया जाएगा. 

Input: अमित चौधरी 

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