Friendship Day 2023: सभी रिश्तों से सर्वोच्च दोस्ती के रिश्ते को माना जाता है. जो हमें किसी से मिलता नहीं है बल्कि हम इसे खुद बनाते हैं. इसलिए हर व्यक्ति जीवन में दोस्त सबसे ज्यादा खास होता है. हमारे जीवन में दोस्त ही एक ऐसा व्यक्ति होता है जो दुख-सुख और हर जरूरत के सम समय साथ देता है. आइए आपको ऐसे ही दोस्तों की जोड़ी के बारे में बताते हैं. जो कि सबके लिए मिसाल बन चुकी है.
Krishna and Sudama Story: दोस्ती का सुनते ही सबसे पहले कृष्ण और सुदामा की दोस्ती याद आती है. इनकी दोस्ती की मिसाल सब देते हैं. बचपन से साथ थे, लेकिन दोनों अलग हो गए थे. वहीं गरीबी से परेशान होकर मिलने गए तो कृष्ण ने उनको गले लगाया और उनका आदर किया. उन्हें अपनी अमीरी की ऐहसास और उनके गरीब होने का ऐहसास नहीं दिलाया. कृष्ण से बिना मदद मांगे सुदामा ने मदद की और उनका घर भी महल में बदल गया.
Krishna and Draupadi Story: कृष्ण की दोस्ती महाभारत के दौर में द्रौपदी के साथ भी बहुचर्चित रही है. भरी सभा में द्रौपदी का चीर हरण होने से कृष्ण ने उनकी इज्जत बचाई थी. इसी से पता चलता है कि कृष्ण एक दोस्त की तरह हर स्थिति में अपनी दोस्त का साथ देते हैं.
Karna and Duryodhana Story: महाभारत में कर्ण पांडवों का भाई होने के बावजूद भी उन्होंने हमेशा से कौरवों का साथ दोस्त दुर्योधन की वजह से दिया. बता दें कि दुर्योधन ने कर्ण का साथ उस समय दिया जब समाज में किसी ने उन्हें स्वीकारा नहीं था. इसलिए कर्ण ने हर परिस्थिति में दुर्योधन का साथ दिया.
Ram and Sugriva Story: रामायण में सीता हरण के बाद जब भगवान राम और लक्ष्मण माता सीता की तलाश में जंगल-जंगल भटक रहे थे तब उन्हें सुग्रीव मिला थे. तब से सुग्रीव और भगवान राम ने एक-दूसरे का साथ दिया. सुग्रीव के भाई बाली से लड़ाई हो या राम की रावण से दोनो ने साथ निभाया.
Krishna and Arjun Story: महाभारत में भगवान कृष्ण और अर्जुन की दोस्ती भी खास रही है. अर्जुन हमेशा से भगवान कृष्ण को अपने गुरु मानते थे और जीवन के हर जरूरी काम में उनसे सालह लेते थे. इसी तरह से कृष्ण पर विश्वास करके अर्जुन कार्य करते थे. इससे यह समझ आता है कि एक दोस्ती में अगर विश्वास है तो हम कोई भी जंग जीत सकते हैं. अर्जुन और भगवान कृष्ण के बीच की दोस्ती भी यही सीख देती है.