Delhi: जहांगीरपुरी में जाली दस्तावेज बनाने के लिए इस्तेमाल की गई विधायक की मुहर
Advertisement

Delhi: जहांगीरपुरी में जाली दस्तावेज बनाने के लिए इस्तेमाल की गई विधायक की मुहर

दिल्ली के उत्तरी रेंज-1 क्राइम ब्रांच की टीम ने फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर कार्ड और ड्राइविंग लाइसेंस तैयार करने वाले रैकेट का भंडाफोड़ किया है. ये रैकेट दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में स्थित साइबर कैफे से चला रहे थे.

Delhi: जहांगीरपुरी में जाली दस्तावेज बनाने के लिए इस्तेमाल की गई विधायक की मुहर

राज कुमार भाटी/ नई दिल्ली: दिल्ली के उत्तरी रेंज-1 क्राइम ब्रांच की टीम ने फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर कार्ड और ड्राइविंग लाइसेंस तैयार करने वाले रैकेट का भंडाफोड़ किया है. ये रैकेट दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में स्थित साइबर कैफे से चला रहे थे. इस संबंध में थाना क्राइम ब्रांच में जालसाजी का मामला दर्ज किया है.

क्राइम ब्रांच के एएसआई ब्रह्म देव को मिली गुप्त सूचना के आधार पर बताया गया कि ए-ब्लॉक, जहांगीर पुरी, दिल्ली में एक साइबर कैफे चल रहा है, जिसमें जालसाज पैन कार्ड, आधार कार्ड, वोटर कार्ड आदि बनवा रहे हैं. साइबर कैफे के रहने वालों ने फर्जी तरीके से पैन कार्ड, आधार कार्ड तैयार करने की सहमति दी और बैंक में दस्तावेजों का उपयोग करने के लिए एक सिम कार्ड भी प्रदान किया. पुष्टि होने पर साइबर कैफे पर छापा मारा गया और इसमें तीन लोगों को पकड़ लिया गया है. जाली आधार कार्ड, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस के साथ-साथ इन दस्तावेजों को तैयार करने में इस्तेमाल किए गए सामान जब्त किए गए.

उनमें से 7 पैन कार्ड, 9 आधार कार्ड और 2 वोटर कार्ड अलग-अलग नामों से जारी किए गए, लेकिन इनमें फोटो एक ही व्यक्ति की पाई गई है. यह व्यक्ति बाद में मोहम्मद करीम नाम के साइबर कैफे का मालिक साबित हुआ. अलग-अलग नामों से जारी किए गए कई पैन कार्ड एनएसडीएल के लिफाफे में पाए गए, जिसमें धारक का पता जहांगीरपुरी, दिल्ली लिखा हुआ था, जो वही पता है जहां कथित साइबर कैफे चलाया जा रहा था. 

ये भी पढ़ें: Haryana: Adani कंपनी के कर्मचारियों ने किसान की जमीन हड़पने के लिए बनाएं फर्जी एग्रीमेंट, मुकदमा दर्ज

वहीं पूछताछ में पता चला कि इन दस्तावेजों को तैयार करने और इन दस्तावेजों का दुरुपयोग करने के लिए उन्होंने आम लोगों का इस्तेमाल किया, जिनके पास कोई आधार, पैन कार्ड और अन्य आईडी दस्तावेज नहीं थे. यह भी सामने आया कि कुछ मामलों में उन्होंने फिंगर प्रिंट की जगह पैर के अंगूठे के निशान का इस्तेमाल किया. इन्होंने अलग-अलग नामों से बड़ी संख्या में बैंक खाते खोले हैं. नीचे दिए गए विवरण के अनुसार कई चेक बुक भी बरामद की गई हैं.

इसके पास से ये सामान वसूले गए हैं:
1. आधार कार्ड- 27
2. पैन कार्ड - 34
3. इलेक्शन कार्ड - 4
4. लाइसेंस के लिए ब्लैंक चिप कार्ड - 15
5. मोबाइल फोन - 15
6. लैपटॉप - 2
7. डेबिट/क्रेडिट कार्ड - 7
8. चेक बुक - 20
9. वोडा/एयरटेल/जियो का सिम कार्ड- 48
10. आदर्श नगर विधायक पवन शर्मा की मुहर- 1
11. लाइवस्कैन फिंगरप्रिंट आइडेंटिफिकेशन डिवाइस- 1
12. नेत्र स्कैनर - 1
13. लैमिनेटर - 1
14. यूएसबी कैमरा - 1
15. स्कैनर और प्रिंटर

Trending news