चोरी की गई कारों की रिसीविंग के लिए जहाज से दिल्ली आता था आरोपी
Advertisement

चोरी की गई कारों की रिसीविंग के लिए जहाज से दिल्ली आता था आरोपी

कारों को अन्य व्यक्तियों को चेन्नई, कोलकाता और भारत के दक्षिणी क्षेत्र के विभिन्न स्थानों में बेच दिया जाता था. मध्य प्रदेश के ग्वालियर में डील करने के बाद वह अक्सर दिल्ली से चोरी की कारों की डिलीवरी लेने के लिए हवाई जहाज से दिल्ली आता.

चोरी की गई कारों की रिसीविंग के लिए जहाज से दिल्ली आता था आरोपी

नई दिल्लीः मध्य जिला दिल्ली पुलिस ने ऑटो-चोरी की घटनाओं पर नियंत्रण रखने के लिए AATS के अथक प्रयास से चोरी हुए वाहनों के रिसीवर को 5 कारों की बरामदगी के साथ गिरफ्तार किया है. कार चोरी के मामलों पर काम करते हुए AATS, सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट की टीम को गुप्त सूचना मिली थी कि चोरी के वाहनों का कारोबार करने वाला एक व्यक्ति मारुति बलेनो कार नंबर DL 7 सीक्यू 458 का इस्तेमाल कर रहा है.

सूचना की पुष्टि होने पर, टीम ने संदिग्ध व्यक्ति हबीब निवासी चेन्नई, तमिलनाडु की गतिविधियों की निगरानी शुरू कर दी, जिसे मेहरा टोल प्लाजा, ग्वालियर, एमपी के पास पटेल ढाबा में अपने एक दोस्त से मिलने और डिलीवरी लेने के लिए आना था. टीम मध्य प्रदेश के ग्वालियर पहुंची और पटेल ढाबा, ग्वालियर के पास जाल बिछाया. कुछ देर इंतजार करने के बाद मुखबिर ने संदिग्ध हबीब की पहचान की.

उसकी पहचान पर टीम हरकत में आई और आरोपी व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ करने पर, आरोपी की पहचान हबीब के रूप में स्थापित की गई. आर पुत्र रिलवान निवासी त्रिवुलर, चेन्नई, तमिलनाडु, उम्र 36 साल बताई.  उसकी तलाशी लेने पर उसके कब्जे से हुंडई कार की एक डुप्लीकेट चाबी बरामद हुई. निरंतर पूछताछ करने पर, उसने खुलासा किया कि बरामद की गई चाबी एक चोरी हुई हुंडई क्रेटा कार की है, जिसे उसने दानिश, निवासी मेरठ से खरीदा था.

ये भी पढ़ेंः एक्टर-डायरेक्टर बनने के बाद Ram Rahim बने 'डॉक्टर', युवाओं को दिए हेल्दी डाइट टिप्स

उस कार को महावीर वाटिका, दरिया गंज, जामा मस्जिद के सामने, दिल्ली के पास एक सुनसान जगह पर छोड़ दिया था.  इसके अलावा पकड़े गए हबीब की निशानदेही पर. एक क्रेटा हुंडई कार, रंग सफेद, बिना नंबर प्लेट के महावीर वाटिका, दरियागंज, जामा मस्जिद के सामने खड़ी पाई गई. पुलिस ने  खुलासा किया है कि उसने चोरी की कारों की संख्या खरीदी थी.

उन्होंने बताया कि इन कारों को वासन निवासी हैदराबाद और कुछ अन्य व्यक्तियों को चेन्नई, कोलकाता और भारत के दक्षिणी क्षेत्र के विभिन्न स्थानों में बेच दिया था. मध्य प्रदेश के ग्वालियर में डील करने के बाद वह अक्सर दिल्ली से चोरी की कारों की डिलीवरी लेने के लिए हवाई जहाज से दिल्ली आता.

(इनपुटः जय कुमार)

Trending news