Delhi Hindi News: बीती रात विक्की नाम का युवक काम करके अपने कैंप में सोने के लिए गया. जैसे ही वह बिस्तर पर लेटा तो कैंप में पहले से ही मौजूद खतरनाक ब्लैक कलर के कोबरा सांप ने विक्की को डस लिया.
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Delhi News: बरसात के मौसम में जंगलों में रहने वाले जहरीले कीड़े-मकोड़े, सांप, बिच्छू जैसे जानवर अब सक्रिय हो चुके हैं. ऐसे में जरा भी लापरवाही आपकी जान ले सकती है. अलीपुर इलाके में एक युवक की मौत कोबरा सांप के डसने से हो गई. आपको बता दें दिल्ली सरकार द्वारा नरेला विधानसभा में अलग-अलग जगह पर सीवरेज पाइप लाइन डालने का कार्य निर्माण चल रहा है और यह विकास कार्य पूरा करने के लिए यूपी-बिहार से निजी कंपनियों द्वारा सैकड़ो मजदूरों को लाया गया है. जिन्हें रुकने की व्यवस्था अलीपुर इलाके के बीहड़ जंगल 20 किला के बीच में दी गई है. जहां मजदूरों झोपड़ियां डालकर जंगल के बीच रह रहे हैं. जो कि किस किसी खतरे से खाली नहीं है.
बीती रात विक्की नाम का युवक काम करके अपने कैंप में सोने के लिए गया. जैसे ही वह बिस्तर पर लेटा तो कैंप में पहले से ही मौजूद खतरनाक ब्लैक कलर के कोबरा सांप ने विक्की को डस लिया. पीड़ित परिजनों का आरोप है कि घायल विक्की को अस्पताल ले जाने के लिए निजी कंपनी द्वारा किसी एंबुलेंस या प्राइवेट वाहन का कोई प्रबंध नहीं किया गया. घायल मजदूर को उसके साथी करीब डेढ़ किलोमीटर दूर कंधे पर रखकर उस जंगल से बाहर निकाला गया और उसके बाद उसे नजदीकी अस्पताल में पहुंचाया गया. जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. अलीपुर थाना पुलिस द्वारा वन विभाग को सूचित किया गया. वन विभाग की टीम ने आकर कोबरा सांप का रेस्क्यू कर अपने साथ ले गई. पीड़ित परिजनों व अन्य मजदूरों का आरोप है कि अगर निजी कंपनी द्वारा उन्हें तमाम तरह की आपातकालीन स्थिति में निपटाने के लिए पुख्ता इंतजाम किए जाते तो शायद आज विक्की जान बचाई जा सकती थी.
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फिलहाल दिल्ली सरकार के बड़े-बड़े प्रोजेक्ट दिल्ली में चल रहे हैं, लेकिन प्रोजेक्ट के साथ जिन मजदूरों को दिल्ली के विकास कार्य के लिए अन्य अन्य राज्यों से लगाया जाता है. उन मजदूरों के रहने के लिए ठिकाने सुरक्षित जगहों पर नहीं बनाए जाते. दो जून की रोटी की तलाश में आए मजबूर मजदूर असुरक्षित जगहों पर ही रहने के लिए तैयार हो जाते हैं. इस हादसे के बाद कहीं ना कहीं अब प्रशासनिक अधिकारियों के साथ-साथ निजी कंपनी पर भी बड़े सवालयनिशां खड़े हो रहे हैं. जहां एक साथ सैकड़ों मजदूर जिसमें महिला, बच्चों बड़े बुजुर्ग व युवाओं को रखा जाता है. ऐसी जगह आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए निजी एंबुलेंस या अस्पताल पहुंचाने के लिए किसी निजी वाहन की व्यवस्था क्यों नहीं की जाती. फिलहाल अलीपुर थाना पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और इस पूरे मामले की जांच जुटी है.
Input: नसीम अहमद