गधे से सीख सकते हैं कामयाबी की ये 3 बातें, सफलता चूमेगी आपकी कदम
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गधे से सीख सकते हैं कामयाबी की ये 3 बातें, सफलता चूमेगी आपकी कदम

हम लोग किसी न किसी से कुछ न कुछ सीखते रहते हैं. अब ये जरूरी नहीं की सीखने के लिए हम किसी इंसान के बारे में जाने. हम जानवरों से भी कुछ न कुछ सीख सकते हैं. यह बात चाणक्य नीति में भी कही गई है कि आप गधे से ये 3 बातें सीख लें तो सफलता आपके कदम चूमेगी.

गधे से सीख सकते हैं कामयाबी की ये 3 बातें, सफलता चूमेगी आपकी कदम

New Delhi News: आचार्य चाणक्य के बारे में शायद ही कोई न जानता हो. वो अपनी राजनीति विशारद, आचार-विचार के कूटनीतिज्ञ के रूप में जाने जाते हैं. उनकी बताई हुई हर बात काफी हद तक सटीक बैठती है. उनकी चाणक्य नीति में ऐसी बहुत सारी चीजें हैं, जिन्हे अपनाकर आप अच्छी सफलता पा सकते हैं. आचार्य चाणक्य मौर्य वंश के राजनीतिक गुरु थे. 

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बता दें कि चाणक्य का जन्म का नाम विष्णुगुप्त था और चणक आचार्य के पुत्र होने की वजह से वह 'चाणक्य' कहलाए. आचार्य चाणक्य चंद्रगुप्त मौर्य के महामंत्री, गुरू एवं संस्थापक थे. आचार्य चाणक्य ने 2500 ई. पू. अर्थशास्त्र, लघु चाणक्य, वृद्ध चाणक्य, चाणक्य-नीति शास्त्र का लिखा था. इनकी कूटनीतियां आज के समय में भी बिल्कुल सटीक बैठती हैं. 

अश्विनी पाराशर की किताब चाणक्य नीति के अनुसार चाणक्य-नीति शास्त्र के छठें अध्याय में आचार्य चाणक्य ने बताया है कि हर इंसान को गधे से तीन गुण सीखने चाहिए. वहीं कोई व्यक्ति इन 3 बातों को अपने जीवन में उतारता है तो वह जीवन में कभी धोखा नहीं खाएगा और उसे सफलता भी मिलेगी. आइये जानते हैं उन 3 गुणों के बारे में...

1. आचार्य चाणक्य ने बताया है कि गधा हर मौसम में और हर स्थिति में अपना काम कर लेता है. उसी तरह इंसान को भी मौसम के सर्द और गर्म होने से फर्क नहीं पड़ना चाहिए. अगर कोई व्यक्ति मौसम के सर्द और गर्म होने से अपने कर्तव्य से विचलित होता है तो वह अपने लक्ष्य से भटक सकता है. 

2. आचार्य चाणक्य ने कहा कि जिस प्रकार गधा संतुष्ट होकर कहीं भी चर लेता है, उसी प्रकार बुद्धिमान व्यक्ति को भी हमेशा संतोष रखना चाहिए. व्यक्ति के फल की चिंता किए बिना संतोष के साथ काम करना चाहिए और अपने काम में लगे रहना चाहिए.

3. आचार्य चाणक्य ने बताया है कि गधा कितना भी थका हो फिर भी बोझ ढोता रहता है. कभी आलस्य नहीं करता. उसी प्रकार बुद्धिमान व्यक्ति को भी आलस्य न करके अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सदैव प्रयत्न करते रहना चाहिए. वहीं कभी भी अपने लक्ष्य से नहीं भटकना चाहिए.