धान खरीद को लेकर हरियाणा के किसानों को क्यों है शिकायत, होडल में इस घोटाले से समझें
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धान खरीद को लेकर हरियाणा के किसानों को क्यों है शिकायत, होडल में इस घोटाले से समझें

Paddy Purchase Scam : धान खरीद को लेकर कई शिकायतें मिलने के बाद हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा था कि किसानों की फसल का एक-एक दाना खरीदा जाएगा, लेकिन अधिकारियों की मिलीभगत की वजह से सरकार को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा. 

जांच के लिए सीएम फ्लाइंग टीम होडल पहुंची.

रुस्तम जाखड़/पलवल : हरियाणा सरकार की ओर से धान खरीद की घोषणा के तुरंत बाद कई जिलों में किसानों ने फसल खरीद शुरू न होने, अव्यवस्था की शिकायतें मिली थीं. कुछ जगह तो किसानों को मंडी के बाहर धान लदे ट्रैक्टरों के साथ घंटों तक अपनी बारी का इंतजार भी करना पड़ा. इस बीच सीएम फ्लाइंग की टीम के  औचक निरीक्षण के दौरान होडल अनाज मंडी में भारी मात्रा में अनियमितताएं पाई गईं.

यहां आढ़तियों, मार्केट कर्मचारियों और अधिकारियों की मिलीभगत से 120 फर्जी गेट पास जारी कर करीब 20 हजार क्विंटल धान की आवक मंडी में दिखा दी गई. निरीक्षण के दौरान सीएम फ्लाइंग टीम उस वक्त हैरान रह गई, जब मार्केट कमेटी के स्टाफ ने एक ट्रैक्टर ट्राली में 297 क्विंटल धान लदा दिखा दिया. होडल थाना पुलिस ने सीएम फ्लाइंग अधिकारी की शिकायत पर मार्केट कमेटी के अधिकारियों, कर्मचारियों व आढ़तियों समेत 18 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी. 

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सीएम फ्लाइंग ने जांच के दौरान पाया कि 12 अक्टूबर को अनाज मंडी होडल में धान की आवक हुए बिना ही 120 फर्जी गेट पास जारी कर दिए. इसकी   करीब 20 हजार क्विंटल धान की आवक दिखाई गई. सामान्य रूप से  एक ट्रैक्टर-ट्राली में 50 से 60 क्विंटल धान भरने की क्षमता होती है, लेकिन मंडी में जहां एक ट्रॉली में 297 क्विंटल धान भरा दिखा या वहीं अनेकों में 100 क्विंटल धान भरा दिखाया. जांच के दौरान पता चला कि  मार्केट कमेटी होडल के अधिकारी, कर्मचारी, आढ़तियों और खरीद एजेंसियों के अधिकारियों ने मिलीभगत कर धान को अन्य प्रदेशों से सस्ते दाम पर खरीद कर सीधे राइस मिलों को उपलब्ध कराकर मोटा मुनाफा कमाया. 

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ड्यूटी मजिस्ट्रेट तहसीलदार होडल संजीव नागर, जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक राजेश आर्य, हेफेड प्रभारी दयानंद पोसवाल व मार्केट कमेटी के सचिव एवं कार्यकारी अधिकारी वीरेंद्र सिंह ने पुलिस के साथ एक संयुक्त टीम ने होडल अनाज मंडी का औचक निरीक्षण किया. 11-12 अक्टूबर की रात को जिस 20 हजार क्विंटल धान की आवक दिखाई गई, उसका ब्योरा प्राप्त कर आढ़तियों के पास भौतिक रूप से उस धान को चेक किया गया, जिसमें बहुत अनियमितता पाई गई. मार्केट कमेटी के सचिव ने सरकारी व प्राइवेट धान को अलग-अलग न दिखाकर एक किसान का ही बताकर गेट पास जारी कर दिया गया. 

गाड़ी में बैठकर काटे 120 गेट पास

जांच में पता चला कि जिन 120 गेट पास के माध्यम से 20 हजार क्विंटल धान अनाज मंडी होडल में आना दर्शाया है, वे सभी गेट पास मार्केट कमेटी होडल के अधिकारियों ने अनाज मंडी से दूर एक गाड़ी में बैठकर लैपटॉप से अन्य अधिकारियों की लॉगिन आईडी का दुरुपयोग कर जारी किए गए थे. इसके अलावा सरकारी खरीद एजेंसियों द्वारा इस धान को खरीद भी कर लिया जाना पाया गया. इसके अलावा अनाज मंडी के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक करने पर पता चला कि उस समय सीसीटीवी कैमरे बंद किए गए.

किसानों के नाम पर काटी गई फर्जी पर्ची

सीएम फ्लाइंग के अधिकारी इंस्पेक्टर जगदीश ने अपनी शिकायत में कहा है कि जिन किसानों के नाम पर फर्जी गेट पास जारी किए हुए थे, उन किसानों से जब पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि 11-12 अक्टूबर की रात को वे कोई धान अनाज मंडी होडल में बेचने ही नहीं गए.

 

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