Bhiwani: जेल के बाथरूम में फंदे से लटका मिला बंदी का शव, परिजनों ने जेल प्रशासन पर लगाया आरोप
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Bhiwani: जेल के बाथरूम में फंदे से लटका मिला बंदी का शव, परिजनों ने जेल प्रशासन पर लगाया आरोप

भिवानी जिला जेल में हत्या और मारपीट के मामले में विचाराधीन बंदी अपने बैरक के बाथरूम में संदिग्ध हालात में फंदे से लटका मिला. वहीं मृतक के परिजनों ने संदिग्ध हालात में मौत पर गंभीर सवाल उठाए हैं.

Bhiwani: जेल के बाथरूम में फंदे से लटका मिला बंदी का शव, परिजनों ने जेल प्रशासन पर लगाया आरोप

नवीन शर्मा/ भिवानी: भिवानी जिला जेल में हत्या और मारपीट के मामले में विचाराधीन बंदी अपने बैरक के बाथरूम में संदिग्ध हालात में फंदे से लटका मिला. वहीं मृतक के परिजनों ने संदिग्ध हालात में मौत पर गंभीर सवाल उठाए हैं. परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा है कि हमारे बेटे को मारा गया है.

आपको बता दें कि भिवानी जिला जेल में गांव झुप्पा निवासी शंकर उर्फ सचिन (23) हत्या और मारपीट के मामले में 10 फरवरी 2022 को करीब एक साल पहले लाया गया था. शंकर अविवाहित था और अभी उस पर लगे आरोप कोर्ट में विचाराधीन थे. शंकर के शव को जेल प्रशासन के अधिकारियों ने बुधवार करीब डेढ़ बजे बैरक के शौचालय के अंदर रोशनदान पर लटका हुआ देखा.

उसके गले में बेडशीट की रस्सी का फंदा लगा हुआ था. वहीं जेल कर्मचारियों ने इसकी सूचना जेल प्रशासन के उच्चाधिकारियों को दी.इसके बाद मामले की जानकारी जिला कोर्ट में दी गई. मामले की न्यायिक जांच के लिए जेएमआईसी अमित गौतम जेल में पहुंचे और बैरक की जांच कराई. सदर पुलिस थाना एसएचओ रमेशचंद्र की टीम मौके पर पहुंची. वहीं, पुलिस ने शव को नागरिक अस्पताल पहुंचाया.

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मृतक युवक के मामा नरपाल और मृतक की मां ने बताया कि शंकर तीन भाई बहनों में सबसे बड़ा था. वे दो भाई और एक बहन थे. गांव में ही रंजिश के चलते एक व्यक्ति की हत्या के मामले में एक साल पहले ही वह जेल में लाया गया था. नरपाल ने बताया कि मंगलवार को ढाई बजे फोन पर भी शंकर से जेल प्रशासन ने बात कराई थी. शंकर ने ठीक से बात की थी. नरपाल का आरोप है कि जेल प्रशासन शंकर को प्रताड़ित कर रहा था. शंकर का संदिग्ध हालात में फंदे पर लटका मिलने पर भी शक जताया है.

नरपाल ने बताया कि गांव में ही शंकर का करीब एक साल पहले सुनील और देवीलाल के साथ झगड़ा हुआ था. सुनील और देवीलाल की बहन सुमन के कहने पर ही शंकर ने सुनील की हत्या कर दी थी. इसके बाद शंकर समेत चार आरोपियों को जेल भेजा गया था.परिजनों ने बताया कि कुछ अर्से पहले प्रदीप कासनिया गैंग के गुर्गों के साथ भी शंकर की जेल के अंदर भिड़ंत हुई थी, जिसके बाद मामला सुलझ गया था.

रमेश चंद्र एसएचओ सदर पुलिस थाना ने बताया कि जेल के अंदर फंदा लगाकर आत्महत्या मामले की न्यायिक जांच कर रहे हैं.  फिलहाल, पुलिस ने शव को नागरिक अस्पताल के शवगृह में रखवा दिया है. इस संबंध में परिजनों के बयान दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी.