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चंडीगढ़ : हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने आज कहा कि शहीदों को पूर्व में कभी याद नहीं किया, मगर अब ऐसा नहीं होगा. देश को आजादी दिलाने के लिए जिन्होंने अपना बलिदान दिया, उनका नाम अंबाला छावनी में सबसे आगे रहेगा. अंबाला कैंट में 1857 की क्रांति के शहीदों को नमन करने के लिए शहीद स्मारक बनवाया जा रहा है, जबकि नेताजी सुभाषचंद्र बोस पार्क का निर्माण कार्य पूरा किया जा चुका है.
विज ने कहा कि अंबाला छावनी के प्रवेशद्वार पर शहीद-ए-आजम भगत सिंह की बड़ी प्रतिमा लगेगी, जिसे भगत सिंह चौक के नाम से जाना जाएगा. यह शहर की विशेष पहचान होगी. यहां पर शहीदों का सम्मान किया जाएगा. विज ने यह घोषणा अंबाला के महेशनगर पंप हाउस के निकट टांगरी बांध रोड से जीटी रोड तक नई रोड के शिलान्यास के उपरांत जनसमूह को संबोधित करते हुए की.
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उन्होंने बताया कि भगत सिंह जी की प्रतिमा स्थापित करने के लिए 50 लाख रुपये नगर परिषद को दिए गए हैं और जल्द ही यहां पर बड़ी प्रतिमा लगाई जाएगी. गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि अंबाला छावनी के लिए उनकी पोटली में और भी कई प्रोजेक्ट हैं, मगर बिना सड़क बनाए होर्डिंग लगाना उनकी आदत नहीं है. वह काम करने के बाद बोलते हैं. उनकी पोटली में अंबाला छावनी के लिए बहुत कुछ है और जल्द ही वह कार्य भी सामने आएंगे जिससे अंबाला छावनी पंख लगाकर तरक्की की उड़ान भरेगा.
विकास कार्यों की रखी लंबी फेहरिस्त
विज ने बताया कि शहर को जगमग करने के लिए 11 हजार स्ट्रीट लाइटें अब तक लगाई जा चुकी हैं. नग्गल में राष्ट्रीय स्तर का नेशनल सेंटर व डिजिसस कंट्रोल सेंटर बनवा रहे हैं, जिसका कार्य आगामी महीनों में शुरू हो जाएगा। पहले यह सेंटर केवल दिल्ली में था. अब उत्तर भारत में अंबाला छावनी में इस सेंटर को स्थापित किया जा रहा है. फुटबाल स्टेडियम बनाया जा रहा है, जबकि ऑल वेदर स्वीमिंग पूल और जिम्नास्टिक हॉल, योगा सेंटर बनाकर दिया गया है.
इसके अलावा डोमेस्टिक एयरपोर्ट बनाया जा रहा है, जिसके लिए जमीन ली गई है और जल्द ही यहां से विमान उड़ान भरेंगे. अनिल विज ने कहा कि अनेकों वर्षों तक अंबाला छावनी में विकास का पहिया रुका रहने के बाद अब हमने इसको रॉकेट लगा दिए हैं. अब चारों तरफ तेजी से विकास हो रहा है.
लोग हंसते थे पर करके दिखाया
गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि उन्होंने नामुमकिन होने वाले कार्य जैसे आठ किमी. लंबी टांगरी बांध रोड को बनाने का कार्य किया. लोग पहले हंसते थे कि बांध पर सड़क कैसे बन सकती है, मगर उन्होंने रोड बनवाई और आज इसका लाभ लाखों वाहन चालक उठा रहे हैं. उन्होंने 40 किमी लंबी रिंग रोड मंजूर करवाई और बहुत जल्द रिंग रोड बनाने के कार्य भी प्रारंभ किया जाएगा.
रोड नेटवर्क बढ़ने से अंबाला में प्रापर्टी के रेट भी बढ़ गए हैं, जिससे लोगों की तरक्की हो रही है. रिंग रोड से कालाआम्ब, चंडीगढ़ और दिल्ली के लिए तीन-तीन नई सड़कें मंजूरी करवाई है, जिससे भविष्य में अंबाला छावनी आना-जाना बेहद आसान हो जाएगा और महानगर बन जाएगा.